प्रीमियम या महंगे घरों की बिक्री भी जोर पकड़ रही है। वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 1.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले घरों की बिक्री में 278 फीसदी इजाफा हुआ। जबकि 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले घरों की बिक्री 147 फीसदी ही बढी। निर्माण लागत बढ़ने व कर्ज महंगा होने से लघु अवधि में बिक्री प्रभावित हो सकती है। लेकिन लंबी अवधि में बिक्री व लॉन्चिंग में वृद्धि जारी रहने की संभावना है।
रियल एस्टेट रिसर्च फर्म जेएलएल इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही (अप्रैल—जून) में 7 प्रमुख शहरों में 1.5 करोड़ रूपये से ज्यादा कीमत के 8,113 घर बिके, जो पिछले समान अवधि में बिके 2,145 घरों से 278 फीसदी ज्यादा है। इस दौरान इस कीमत के घरों की हिस्सेदारी 11 फीसदी से बढ़कर 15 फीसदी हो गई। दूसरी तिमाही में 1—1.5 करोड़ रुपये कीमत वाले 163 फीसदी बढोतरी के साथ 7,476 घर, 75 लाख से 1 करोड़ रुपये कीमत वाले 199 फीसदी बढोतरी के साथ 9,505 घर, 50 लाख से 75 लाख रुपये कीमत वाले 143 फीसदी वृद्धि के साथ 14,905 घर और 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले 147 फीसदी वृद्धि के साथ 13,234 घर बिके। दूसरी तिमाही में 7 प्रमुख शहरों में 53,232 घर बिके, जो पिछली समान अवधि में बिके 19,635 घरों से 171 फीसदी ज्यादा है। निर्माण लागत बढ़ने और कर्ज महंगा होने का आंशिक असर घरों की बिक्री पर भी दिखा। इस साल दूसरी तिमाही में पहली तिमाही की तुलना में घरों की बिक्री महज 3 फीसदी बढ़ी। इस साल की पहली छमाही में घरों की बिक्री पिछली समान अवधि की तुलना में 119 फीसदी बढ़कर 1,05,081 हो गई। इस अवधि में 6,013 प्लॉट व विला भी बिके। इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर नये घरों की लॉन्चिंग 135 फीसदी बढ़कर 63,669 दर्ज की गई। तिमाही आधार पर इसमें 6 फीसदी इजाफा हआ। दूसरी तिमाही में 8,056 प्लॉट व विला भी लॉन्च हुए।
घर हुए महंगे, फिर भी लंबी अवधि में जारी रहेगी बिक्री में वृद्धि
घरों की निर्माण लागत और मांग बढ़ने के कारण इनकी कीमतें भी बढ़ रही है। जेएलएल इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री व अनुसंधान प्रमुख डॉ समंतक दास ने कहा कि 7 प्रमुख शहरों में हैदराबाद को छोड़कर घरों की कीमतों में सालाना आधार पर 3 से 7 फीसदी इजाफा हुआ। नये घर भी ऊंची कीमतों पर लॉन्च हो रहे हैं। कर्ज महंगा होने के कारण आगे भी घरों के दाम और बढ़ सकते हैं। इससे छोटी अवधि में घरों की बिक्री में गिरावट आ सकती है। लेकिन ब्याज दरें अभी भी निचले स्तर पर हैं और महामारी पर भी सफल नियंत्रण के साथ बेहतर खरीदार भावनाओं के कारण लंबी अवधि में आवासीय बाजार में घरों की बिक्री और लॉन्चिंग में वृद्धि जारी रहने की संभावना है। जेएलएल इंडिया के प्रमुख (आवासीय क्षेत्र) शिव कृष्णन कहते हैं कि पिछले साल की तुलना में कोरोना कमजोर पडने, आर्थिक गतिविधियां तेज होने और स्थिर रोजगार परिदृश्य के कारण पहली छमाही में घरों में बिक्री में 119 फीसदी इजाफा हुआ है।