फुर्सत के पल बिताने के लिए जाने वाले भारतीय पर्यटकों के लिए देशों की सूची से मालदीव के बाहर हो जाने से अब इनके लिए केवल मिस्र, रूस और दक्षिण अफ्रीका ही चर्चित पर्यटन विकल्प रह गए हैं। इन देशों में भारतीय पर्यटकों के लिए पृथकवास की आवश्यकता नहीं है। मंगलवार को मालदीव उन देशों की कतार में शामिल हो गया जिन्होंने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण भारत से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाया है। भारतीय पर्यटकों के लिए यह द्वीपीय देश एक चर्चित पर्यटन स्थल रहा है। जनवरी से मई के बीच यहां पहुंचने वाले लोगों में भारतीय यात्रियों की हिस्सेदारी 21 फीसदी रही है।
मुंबई में दक्षिण अफ्रीका के महावाणिज्यदूत एंद्रि कुह्नï ने कहा, ‘हम खाली समय बिताने के लिए जाने वाले पर्यटकों सहित सभी श्रेणियों के लिए आवेदन प्राप्त कर रहे हैं और उस पर कार्रवाई कर रहे हैं। हमारे गंतव्यों पर शहरी वातावरण से बाहर छुट्ïिटयां बिताने का अवसर दिया जाता है। जैसे कि बहुत सारे खेल पार्कों में सफारी या बहुत अधिक चर्चित हो चुके ग्रामीण इलाकों का दौरा आदि। संक्रमित होने के जोखिम को सीमित करने के लिए स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाता है। देश सतर्क स्थिति में हैं और रेस्तरां तथा आतिथ्य सुविधाओं को खुला रखा गया है।’
हाल के दिनों में दक्षिण अफ्रीका जाने वालों में खतरों के रियल्टी शो खतरों के खिलाड़ी के भागीदार शामिल हैं जिसकी शूटिंग केप टाउन में की जा रही है। हालांकि, पर्यटन उद्योग के सूत्र बताते हैं कि यात्रा के लिए उस मांग से इतर महामारी की दूसरी लहर के कारण इसमें कमी आई है। दिल्ली से मास्को के बीच विशेष इंतजाम के तहत सीधी उड़ाने हैं लेकिन मिस्र और दक्षिण अफ्रीका के लिए उड़ान विकल्प सीमित हैं। दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों के लिए संस्थागत पृथकवास की महाराष्टï्र सरकार की जरूरत इस दिशा में एक अन्य बाधा है। ट्रैवल एजेंट्ïस एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ज्योति मायल ने कहा, ‘विगत दो हफ्तों से कोई पूछताछ या विदेशी यात्रा की बुकिंग नहीं हो रही है। फिलहाल लोग यात्रा करने को लेकर डरे हुए हैं। यात्रा प्रतिबंध से पहले दुबई और लंदन के लिए उड़ान भरने वाले भाग्यशाली रहे।’
एक अन्य चर्चित पर्यटन गंतव्य दुबई ने पिछले महीने भारत से आने वाले यात्रियों पर रोक लगा दी। सेशल्स ने पहले केवल टीका लगवा चुके लोगों को अपने यहां आने देने का निर्णय लिया था लेकिन उसने भारत से आने वालों पर प्रतिबंध लगा दिया। कई सारे अन्य देश केवल अपने नागरिकों या वीजा धारकों की सीमित श्रेणियों को भारत से आने की अनुमति दे रहे हैं जबकि कनाडा जैसे कुछ देशों ने सीधी उड़ानों को रद्द कर दिया है।
मंगलवार को मालदीव के हेल्थ प्रोटेक्शन एजेंसी ने ट्ïवीट किया कि दक्षिण एशियाई देशों से आने वाले लोगों के लिए 13 मई से पर्यटक वीजा पर अस्थायी रोक लगाई जाएगी। भारत में महामारी की दूसरी लहर और क्षेत्र में अन्य देशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए सुरक्षा के उपाय किए गए हैं। मालदीव के कुछ हिस्सों में कफ्र्यू भी लगाया गया है और मस्जिदों में सामूहिक नमाज पर अस्थायी रोक है।
मालदीव भारत से जाने वाले प्रसिद्घ हस्तियों और सामान्य लोगों के लिए एक बड़ा आकर्षक गंतव्य रहा है और साल भर से भारतीय पर्यटकों के लिए खुले कुछ चुनिंदा गंतव्यों में से एक रहा था। भारत मालदीव के लिए दूसरा सबसे बड़ा स्रोत बाजार रहा है। जनवरी के बाद से यहां 4 लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे हैं। भारत, यूक्रेन, जर्मनी और कजाकस्तान के बाद रूस सबसे बड़ा स्रोत बाजार रहा है।