प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 8,841 करोड़ रुपये मूल्य की उन परिसंपत्तियों का एक हिस्सा सरकारी बैंकों को हस्तांतरित किया है जिन्हें सरकारी एजेंसियों ने भगोड़े आर्थिक अपराधियों विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी से संबद्ध मामलों में जब्त किया था। इस कदम से कर्जदाताओं को इन मामलों में हुए नुकसान के40 फीसदी के बराबर रकम वसूलने में मदद मिलेगी।
एजेंसी ने बुधवार को कहा कि इसके साथ ही जब्त परिसंपत्तियों का कुल हस्तांतरण 9,371 करोड़ रुपये पहुंच गया। ईडी के अनुसार स्टेट बैंक के नेतृत्व वाले संघ ने बुधवार को विजय माल्या मामले में विवाद निस्तारण पंचाट के माध्यम से यूनाइटेड ब्रुअरीज (यूबी) के शेयर बेचकर 5824 करोड़ रुपये की राशि वसूल की। यह कदम मुंबई की पीएमएलए अदालत के निर्देश के अनुसार उठाया गया।
माल्या मामले में ईडी ने हाल ही में 6,600 करोड़ रुपये मूल्य की परिसंपत्ति हस्तांतरित की। जबकि नीरव मोदी मामले में उसने पंजाब नैशनल बैंक को 1,060 करोड़ रुपये दिए।
एसबीआई के नेतृत्त्व वाला संघ इस सप्ताह 800 करोड़ रुपये की और वसूली की प्रक्रिय में है। इसके लिए यूबी के और शेयरों की बिक्री की जाएगी। इस प्रकार कुल वसूली 7981 करोड़ रुपये हो जाएगी। इसमें बैंकों द्वारा पहले वसूली गई 1,357 करोड़ रुपये की राशि शामिल है।
इसके अलावा ईडी ने यह भी बताया कि तीनों आर्थिक अपराधियों ने सरकारी बैंकों के साथ 22,586 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है जिसमें से 80 प्रतिशत राशि यानी 18,170 करोड़ रुपये की राशि ईडी ने जब्त कर ली है। इसमें हाल ही में जब्त की गई 329 करोड़ रुपये की परिसंपत्ति शामिल है।
सूत्रो ने कहा कि एजेंसी इन अपराधियों की करीब 4,000 करोड़ रुपये की और संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया में है ताकि धोखाधड़ी की राशि वसूली जा सके। इसमें उनकी विदेशों में स्थित परिसंपत्तियां भी शामिल हो सकती हैं।
इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्विटर पर कहा, ‘भगोड़े और आर्थिक अपराधियों से सक्रियता से निपटा जाएगा। उनकी परिसंपत्ति जब्त होंगी और बकाया वसूल किया जाएगा।’ उन्होंने यह भी लिखा कि सरकारी बैंक पहले ही ऐसे शेयर बेचकर 1357 करोड़ रुपये वसूल चुके हैं और ऐसी अन्य परिसंपत्तियों की बिक्री करके 9041 करोड़ रुपये और वसूल किए जाएंगे।
संघीय एजेंसी के मुताबिक उसने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय लेनदेन की पूरी शृंखला उजागर करके धनराशि उजागर की और अब वह विदेशों में जमा संपत्ति की पड़ताल कर रही है। जांच से पता चला कि तीनों आरोपितों ने छद्म कंपनियों का इस्तेमाल करके बैंकों द्वारा प्रदत्त राशि की हेराफेरी की।
एजेंसी ने यह भी कहा कि तीनों आरोपी जिन देशों में हैं उन्हें प्रत्र्यपण अनुरोध भेजे गए हैं। माल्या और मोदी फरार होकर लंदन जबकि चोकसी एंटीगुआ चला गया था।
माल्या को ब्रिटेन की सर्वोच्च अदालत में अपील करने की इजाजत देने से इनकार कर दिया गया है और उनका भारत को प्रत्यर्पण सुनिश्चित है। नीरव मोदी का प्रत्र्यापण अंतिम चरण में है। चोकसी प्रत्र्यापण प्रक्रिया के खिलाफ एंटीगुआ में कानूनी लड़ाई लड़ रहा है।
