फंडों की कमी और निवेशक की बढ़ती चाह को देखते हुए रियल एस्टेट पर केंद्रित निजी इक्विटी फंड मैनेजर नए सिरे से फंड जुटा रहे हैं। गोदरेज फंड मैनेजमेंट से लेकर मोतीलाल ओसवाल से लेकर एएसके ग्रुप तक फंड मैनेजरों ने गत छह महीनों में फंड लॉन्च किया या 7,000 करोड़ रुपये का फंड जुटाया है।
इसी हफ्ते एएसके समूह की रियल एस्टेट निजी इक्विटी इकाई एएसके प्रॉपटी इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स (एएसके पीआईए) ने 1,000 करोड़ रुपये की राशि के साथ एक फंड की शुरुआत की। उसके पास ग्रीनशू विकल्प के जरिये 1,500 करोड़ रुपये जुटाने का भी विकल्प है।
एएसके पीआईए के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक अमित भगत ने कहा, ‘बड़े परिवार कार्यालयों और बड़ी मात्रा में संपत्ति वाले लोगों के लिए सौदों में निवेश करने का यह अच्छा वक्त है जिसमें सुरक्षा का मार्जिन बेहतर है क्योंकि कोई पूंजी उपलब्ध नहीं है।’
भगत ने कहा कि एएसके फंड पूरी तरह से मंजूर की गई परियोजनाओं के लिए शुरुआती, मध्यावधि और अंतिम चरण में फंड मुहैया कराएगी। उन्होंने कहा कि निवेशक 19 से 21 फीसदी प्रतिफल से खुश हैं।
मोतीलाल ओसवाल रियल एस्टेट के निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी शरद मित्तल ने कहा कि अधिकांश निवेशक वापसी करना चाहते हैं। मित्तल ने कहा, ‘इक्विटी बाजारों में ठहराव आ गया है और ऋण पर रिटर्न में कमी आई है। ऐसे में निवेशक रियल एस्टेट में नई उम्मीद देख रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि यहां पर उनके लिए विविधीकरण का अवसर है।
जून 2020 से सेंसेक्स 63.9 फीसदी ऊपर जा चकुा है जबकि वित्त वर्ष 2021 में ब्याज दरों में 100 आधार अंकों से अधिक की कमी आ चुकी है। नाइट फ्रैंक ने कहा कि वर्ष के आरंभिक दिनों में मुंबई और पुणे में वृद्घि होने के कारण 2021 की पहली छमाही में आवासीय बिक्री में 67 फीसदी की उछाल आई।
मित्तल ने कहा कि अपने ताजे फंड के लिए मोतीलाल ओसवाल रियल एस्टेट ने नौ वर्ष के इतिहास में सबसे तेजी से फंड जुटाया है। उसने अपना पांचवा फंड फरवरी में लॉन्च किया था और अपने 800 करोड़ रुपये का करीब 85 फीसदी फंड इस साल मई तक जुटा लिया। मित्तल ने कहा, ‘हमारे पिछले रिकॉर्ड और प्रदर्शन के अलावा समय ने भी अपना काम किया। स्थानीय एचएनआई के लिए अवसरों की कमी है।’
फंड की नजर रियल एस्टेट परियोजनाओं के लिए निर्माण संबंधी कार्य के लिए धन देने पर है। इंटीग्रो असेट मैनेजमेंट के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी रामाश्रय यादव ने कहा कि स्टॉक मार्केट में एक वर्ष की तेजी के बाद निवेशक सुरक्षित और स्थायी संपत्तियों में अपना धन लगाना चाहते थे। इंटीग्रो 1,000 करोड़ रुपये का रियल एस्टेट फंड जुटा रही है जो इसका पहला फंड होगा।
एनारॉक कैपिटल के प्रबंध निदेशक शोभित अग्रवाल ने कहा कि निवेशकों ने संपत्ति बाजारों में वृद्घि में विश्वास जताया और परियोजनाओं पर जोखिम अंकन चाहते थे। अग्रवाल ने कहा कि रियल एस्टेट में अमूमन शेयर बाजारों में तेजी के 12 महीने बाद उछाल आती है। शेयर बाजारों में अब तेजी आई है और रियल एस्टेट में तेजी आएगी।
यादव ने कहा कि चूंकि बैंक और एनबीएफसी आक्रामक तरीके से रियल एस्टेट को ऋण नहीं दे रहे थे ऐसे में पिछले दो दशकों में पहली बार निवेश सौदों की गुणवत्ता बहुत अच्छी थी। उन्होंने कहा कि बैंकों और एनबीएफसी के उलट वैकल्पिक निवेश फंड (जिसे अब पीई फंड कहा जाता है) का गठन लचीला था और फंड मैनेजरों के लिए सहायक था।
