राज्यसभा की बैठक अशोभनीय आचरण के कारण निलंबित 12 सदस्यों का निलंबन वापस लिए जाने की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को चार बार के स्थगन के बाद अपराह्न चार बजकर करीब दस मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से सोमवार को उच्च सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया। चार बार के स्थगन के बाद अपराह्न चार बजे जब बैठक शुरू हुई तब उप सभापति हरिवंश ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह नगालैंड में हुई गोलीबारी की घटना पर एक बयान देंगे। गृह मंत्री के बयान के बाद उपसभापति हरिवंश ने सदस्यों से स्पष्टीकरण पूछने के लिए कहा। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा का नाम पुकारा। उन्होंने कहा, ‘आपने स्वयं स्पष्टीकरण पूछने के लिए नाम दिया था। आप स्पष्टीकरण पूछिए।’ बहरहाल, हंगामा थमते न देख उप सभापति ने चार बज कर करीब दस मिनट पर बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले पूर्वाह्न 11 बजे, विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बैठक शुरू होने के दस मिनट बाद ही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद सदन में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य मल्लिकार्जुन खडग़े ने नगालैंड में हुई गोलीबारी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ‘यह अत्यंत गंभीर घटना है और गृह मंत्री को इस पर सदन में बयान देना चाहिए।’ सभापति ने कहा कि उनकी गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात हुई है और गृह मंत्री दोपहर बाद बयान देंगे।
