इंगलैंड के बल्लेबाज लियाम लिविंगस्टोन को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की नीलामी के दूसरे दिन रविवार को पंजाब किंग्स ने 11 करोड़ 50 लाख रुपये में अपने साथ जोड़ा जबकि फ्रैंचाइजी ने वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज ओडियन स्मिथ के लिए भी छह करोड़ रुपये खर्च किए। बाएं हाथ के भारत के दूसरे दर्जे के गेंदबाजों खलील अहमद और चेतन सकारिया के लिए भी फ्रैंचाइजी ने अच्छी बोली लगाई। खलील पांच करोड़ 25 लाख रुपये जबकि सकारिया चार करोड़ 20 लाख रुपये में बिके। अन्य भारतीय खिलाडिय़ों के बीच आलराउंडर शिवम दुबे को छक्के जडऩे की उनकी क्षमता के कारण चेन्नई सुपरकिंग्स ने चार करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा जबकि गुजरात टाइटंस ने भारतीय टीम से बाहर चल रहे एक अन्य आलराउंडर विजय शंकर को एक करोड़ 40 लाख रुपये में खरीदा।
सुपरकिंग्स ने श्रीलंका के स्पिनर महेश तिकसाना को 70 लाख रुपये में खरीदा। इस स्पिनर ने पिछले साल जुलाई में भारत के श्रीलंका दौरे के दौरान प्रभावित किया था। चेतेश्वर पुजारा को नीलामी में कोई खरीदार नहीं मिला जबकि अजिंक्य रहाणे को कोलकाता नाइट राइडर्स ने एक करोड़ रुपये के उनके आधार मूल्य पर खरीदा। पहले सत्र का आकर्षण हालांकि लिविंगस्टोन रहे जिन्हें 10 लाख डॉलर से अधिक का अनुबंध मिला। एक समय पांच टीम उनके लिए बोली लगा रहीं थी। लिविंगस्टोन पिछले सत्र में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेले थे और धीमी पिचों पर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। फ्रैंचाइजी में हालांकि खिलाडिय़ों की जगह खाली थी (न्यूनतम 18 खिलाड़ी) इसलिए उन्हें टीम से जोडऩे को लेकर उत्सुकता थी। हाल में टेस्ट शृंखला के दौरान भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करने वाले दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज मार्को जेनसन के लिए सनराइजर्स हैदराबाद ने चार करोड़ 20 लाख रुपये की बोली लगाई। वेस्टइंडीज के आलराउंडर रोमेरियो शेफर्ड के लिए भी सनराइजर्स ने 7.75 करोड़ रुपये खर्च किए। उनके लिए सनराइजर्स हैदराबाद और पंजाब के बीच बोली की जंग देखने को मिली।
दिन की शुरुआत में इन दो टीम के पास क्रमश: 20 और 28 करोड़ रुपये थे। ओडियन स्मिथ में नीलामी के दौरान काफी रुचि देखने को मिली क्योंकि उन्होंने हाल में भारत के खिलाफ संपन्न एकदिवसीय शृंखला में अपनी गति और नियंत्रण से प्रभावित किया था। साथ ही उनमें लंबे शॉट खेलने की क्षमता भी है। स्मिथ ने कैरिबियन प्रीमियर लीग के दौरान अपनी गति से क्रिस गेल का बल्ला तोड़ दिया था और पंजाब की टीम ने पर्याप्त पैसा होने के कारण उन्हें टीम से जोडऩे में कोई कसर नहीं छोड़ी। पंजाब किंग्स के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह सिर्फ हाल के प्रदर्शन के आधार पर नहीं है, हम सभी को पता है कि वह (ओडियन) उभरता हुआ खिलाड़ी है और उसने अपनी ताकत, गेंदबाजी कौशल और बल्लेबाजी कौशल दिखाया है। हमने यहां भारत के खिलाफ एकदिवसीय शृंखला में भी इसका नजारा देखा।’
