प्रॉपर्टी बाजार के औंधे मुंह गिरने से रियल एस्टेट के कर्मचारियों के साथ प्रॉपर्टी डीलरों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
प्रॉपर्टी बूम के दौरान हर गली चौराहों पर प्रॉपर्टी डीलिंग की दुकान खोल बैठने वाले अब अपनी-अपनी दुकानें समेटने लगे हैं। छह माह पहले तक दिन भर व्यस्त रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर इन दिनों अपने ऑफिस में अखबार पढ़कर या टेलीविजन देखकर अपना समय निकाल रहे हैं।
दीपावली के दौरान कई डीलरों की दुकानों में पटाखे एवं गिफ्ट आइटम बिकते नजर आए। एक अनुमान के मुताबिक दिल्ली में प्रॉपर्टी डीलरों की संख्या 10 हजार से अधिक हैं। प्रॉपर्टी बाजार की तेजी के दौरान इन डीलरों की औसत कमाई प्रतिमाह एक लाख रुपये तक की है। लेकिन पिछले दो महीनों से इन्हें अपने ऑफिस का खर्चा निकालना भी मुश्किल हो रहा है।
और जिन डीलरों ने छोटे-मोटे निर्माण कार्य में अपना पैसा लगाया हुआ है उनकी हालत तो और भी खराब हो रही है। क्योंकि ये डीलर बैंकों के बजाय बाजार से पैसे लेते हैं जिसकी ब्याज दर बैंकों के मुकाबले काफी अधिक होती है।
उत्तर-पश्चिम दिल्ली स्थित रोहिणी में प्रॉपर्टी कारोबार से जुड़े डीलर गुरचरन सिंह कहते हैं, 30 हजार रुपये प्रतिमाह तो दुकान का किराया देना पड़ता हैं इसके अलावा टेलीफोन बिल, बिजली बिल एवं स्टॉफ का खर्चा मिलाकर 20 हजार रुपये और खर्च करने पड़ते हैं।
ऐसे में एक माह में 30 लाख रुपये की कीमत वाले कम से कम दो मकान की डीलिंग होने पर ही वे अपनी दुकान का खर्चा निकाल पाएंगे। और फिलहाल की स्थिति में यह मुश्किल नजर आ रहा है। जनकपुरी में प्रॉपर्टी का काम करने वाले किशनचंद्र कहते हैं, अब फिर से किराए चढ़ाने का काम करना पड़ेगा।
डीलर इस बात को स्वीकार रहे हैं कि उनका धंधा बिल्कुल मंदा हो गया है, लेकिन वे सीधे तौर पर यह मानने को राजी नहीं है कि प्रॉपर्टी के दाम में कोई गिरावट आयी है। उनके मुताबिक दिल्ली के मकानों की कीमत में 10-15 फीसदी से अधिक की गिरावट नहीं आ सकती है।
रोहिणी से लेकर सोनीपत तक प्रॉपर्टी का कारोबार करने वाले जय किशन प्रॉपर्टीज के डीलर नरेश गोयल कहते हैं, काम कम हो गया है लेकिन दाम में कोई खास कमी नहीं आयी है। वे कहते हैं कि एक बार जिस मकान की कीमत 50 लाख रुपये हो गयी उसकी कीमत अब 40 लाख रुपये भी नहीं हो सकती।
बहुत गिरावट होने पर भी उसकी कीमत 45 लाख रुपये के आसपास ही रहेगी। उनके मुताबिक एक साल पहले उनकी फर्म एक माह में 12-15 मकानों की डीलिंग करती थी जो अब 3-5 के स्तर पर आ गयी है।
दिल्ली में प्रॉपर्टी से कितनी है संभावना
बगैर किसी खास पढ़ाई-लिखाई के ही दिल्ली में प्रॉपर्टी का काम करके आसानी से 50-60 हजार रुपये प्रतिमाह कमाए जा सकते हैं। दिल्ली के प्रॉपर्टी डीलर बेचने वाले एवं खरीदने वाले दोनों से ही 1-1 फीसदी की कमीशन लेते हैं।
अगर मकान की कीमत 10 लाख रुपये भी है तो डीलर को सिर्फ सौदा कराने के बदले 20 हजार रुपये मिल जाते हैं। और अगर 50 लाख रुपये की कीमत वाले किसी एक मकान की भी सौदा उन्होंने करा दिया तो उसे 1 लाख रुपये की कमीशन मिल जाती है।