स्टार डिज्नी इंडिया के अध्यक्ष उदय शंकर ने घोषणा की है कि वह अब इस कंपनी की जिम्मेदारियों से मुक्त हो रहे हैं और वह तीन क्षेत्रों में अपनी उद्यमशीलता की यात्रा शुरू करने की संभावना देख रहे हैं। उन्हें जानने वाले लोगों का कहना है कि शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और डिजिटल मीडिया जैसे क्षेत्रों में निस्संदेह उनकी दिलचस्पी है और वह इन क्षेत्रों में अपना नया उद्यम शुरू करने पर विचार कर सकते हैं। इनमें डिजिटल मीडिया एक ऐसा क्षेत्र रहा है जिसमें हॉटस्टार की शुरुआत कर वह ओटीटी क्षेत्र में भी अग्रणी रहे हैं।
इसकी वजह से बिल्कुल सरल है। ये ऐसे कारोबार हैं जहां वह प्रौद्योगिकी की ताकत को भुना कर व्यापक बाजार के लिए इनमें बेहतर संभावना तैयार कर सकते हैं जो अभी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है। सूत्रों का कहना है कि शंकर आखिरकार जिस भी कारोबार में उतरेंगे उसके दायरे को व्यापक करेंगे। उनके उद्यम का मुख्यालय भारत में होगा और वह एशियाई बाजार में संभावना तलाशना चाहते हैं क्योंकि वॉल्ट डिज्नी कंपनी के एपीएसी अध्यक्ष के रूप में उन्हें विशेष रूप से इस क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई थी। ऐसे में उन्हें इस क्षेत्र का बेहतर अनुभव भी है। इतना ही नहीं उन्होंने अपने उद्यम की फंडिंग के लिए प्राइवेट इक्विटी फंडों के साथ-साथ भारतीय कारोबारी घरानों या दोनों से संपर्क करने के लिए विकल्प खुला रखा है। वह अपने कारोबार के लिए बाजार में मौजूदा खिलाडिय़ों के साथ सहयोग करने के लिए भी तैयार है। हालांकि शंकर ने अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करने से मना कर दिया।
शंकर ने 2007 में स्टार इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) के रूप में पदभार संभाला था जब उस वक्त कंपनी का राजस्व महज 1,300 करोड़ रुपये था। लेकिन अब जब वह कंपनी को छोड़ रहे हैं तब उन्होंने इसे मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी में तब्दील कर दिया है और इसका राजस्व 25,000 करोड़ रुपये से अधिक है। ऐसा तब हुआ जब कुछ साल पहले मीडिया कारोबार की दिग्गज हस्ती रुपर्ट मर्डोक ने अपने वैश्विक कारोबार का हिस्सा डिज्नी को बेच दिया। इसके बाद से ही यह एक मुनाफे वाला उद्यम बन गई और इसकी प्रतिस्पद्र्धा वायकॉम, सोनी, ज़ी आदि से शुरू हो गई।
कुछ समय से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह मुकेश अंबानी के मीडिया और मनोरंजन कारोबार से जुड़ सकते हैं जिसे वह दूरसंचार कारोबार में मिला रहे हैं। लेकिन उनके करीबी दोस्तों का कहना है कि यह सच नहीं है। हालांकि मुकेश अंबानी के साथ उनके अच्छे संबंध हैं। उन्होंने अपने दोस्त से कहा है कि बड़े आकार और ग्राहकों के आधार की वजह से डिजिटल कारोबार से जुड़े किसी भी व्यक्ति को कारोबार के लिए उनके सहयोग की जरूरत होगी।
उनके साथ काम करने वालों का कहना है कि उनका हमेशा से मानना रहा है कि भारत में तकनीक को जोड़ा गया है और यह कारोबार के मूल आधार को ताकत नहीं देती है। वह इस जगह पर खुद को स्थापित करना चाहते हैं और इस मौके और जगह पर अपनी दखल चाहते हैं। आखिर वह ऐसा कब करने जा रहे हैं? वह अगली जनवरी तक स्टार डिज्नी में हैं और कंपनी को उत्तराधिकारी खोजने में मदद करेंगे। उनके दोस्तों का कहना है कि वह शुरुआत करने के लिए कोई जल्दबाजी में नहीं हैं।
