देश में सबसे बड़ी मॉल डेवलपर्स में से एक फीनिक्स मिल्स रकम जुटाने के लिए क्यूआईपी लाने पर विचार कर रही है। एक सूत्र ने यह जानकारी दी। पिछले साल जून में गोदरेज प्रॉपर्टीज की तरफ से क्यूआईपी के जरिए 2,100 करोड़ रुपये जुटाए जाने के बाद किसी रियल एस्टेट डेवलपर का यह पहला क्यूआईपी होगा।
अभी फीनिक्स वीडियो व ऑडियो कॉल के जरिये निवेशकों के साथ रोडशो कर रही है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। कंपनी अपने शेयरधारकों से 1,200 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी पहले ही ले चुकी है। सूत्रों ने कहा, उनके खाते में 750 करोड़ रुपये की नकदी है, जो अगले नौ से 12 महीने की जरूरतों के लिए पर्याप्त है। क्यूआईपी के जरिए जुटाई जाने वाली रकम का इस्तेमाल किसी अच्छे अधिग्रहण के मौके पर किया जाएगा।
इस बारे में जानकारी के लिए कंपनी के प्रवक्ता को भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला। कंपनी ने सीएलएसए, यूबीएस, एचएसबीसी और कोटक को इस इश्यू के लिए बैंकर नियुक्त किया है। इस वित्त वर्ष में कोई नया मॉल पेश करने की कंपनी की कोई योजना नहीं है। उसकी योजना वित्त वर्ष 2022 में नए मॉल खोलने की है। कंपनी के आठ मॉल हैं और बेंगलूरु, मुंबई आदि के इन मॉल का क्षेत्रफल 60 लाख वर्गफुट है।
चूंकि कंपनी के मॉल परिचालन में हैं, लेकिन पिछले महीने कंपनी के प्रबंध निदेशक शिशिर श्रीवास्तव ने कहा था कि कंपनी वित्त वर्ष 2022 तक ही कारोबार के सामान्य होने की उम्मीद कर रही है। एक कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए श्रीवास्तव ने इस महीने कहा था, हमें वित्त वर्ष 2022 में स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है और यह हमें 2018-19 जैसी स्थिति में ले जाएगा। उन्होंने यह भी कहा था कि कंपनी किसी संभावित अधिग्रहण के लिए रकम इकट्ठा करने की तैयारी कर रही है।
फीनिक्स मिल्स लॉकडाउन की अवधि वाले किराए में 50 फीसदी छूट पर सहमत हो गई है और 75-80 फीसदी रिटेलरों (मल्टीप्लैक्स को छोड़कर) यह सहमति बनी है। जब लॉकडाउन के बाद मॉल खुलेंगे तो कंपनी तीन से छह महीने के किराए में न्यूनतम 30 फीसदी की छूट देने पर विचार करेगी।
