पिछले हफ्ते आर्थिक गतिविधियों से जुड़े संकेतकों में तेजी देखी गई। महामारी के दौर से पहले कराए गए वाहनों के पंजीकरण की तुलना में पंजीकरण की दर में सुधार दिखा। 14 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह के दौरान 302,000 वाहनों का पंजीकरण हुआ। हालांकि यह 2019 की समान अवधि के दौरान हुए 318,000 वाहनों के पंजीकरण की तुलना में 5.2 फीसदी कम है। पिछले से पिछले हफ्ते यह अंतर 11.2 फीसदी तक था।
बीते सप्ताह अधिक यात्रियों ने विमान यात्रा की और रोजाना उड़ान भरने वाले विमानों की संख्या में भी तेजी आई। हफ्ते के पिछले तीन दिनों में औसतन करीब 350,000 यात्री थे। विमानों की संख्या 2,659 हो गई। सोमवार को स्वतंत्रता दिवस सहित कई छुट्टियों की वजह से लोग घूमने के लिए निकले। महामारी से पहले के दौर की तुलना में खुदरा दुकानों और मनोरंजन स्थलों पर जाने वालों की तादाद 12.4 फीसदी अधिक थी।
सर्च इंजन गूगल अनाम लोकेशन डेटा का इस्तेमाल कर इस बात का जायजा लेता है कि लोग महामारी के दौरान लोगों की गतिविधि कैसी थी। पिछले हफ्ते मंगलवार को मुहर्रम की छुट्टी सहित कई छुट्टियों की वजह से कार्यस्थलों पर जाने वालों की तादाद में कमी दिखी। गुरुवार को रक्षाबंधन था, हालांकि यह गूगल डेटा में कवर नहीं हुआ जो अंतराल के साथ जारी हुआ।
भारतीय रेलवे ने माल ढुलाई की मात्रा में कम वृद्धि दर्ज की। पिछले हफ्ते इसमें 6.37 फीसदी की वृद्धि हुई जबकि पिछले से पिछले हफ्ते इसमें 15.95 फीसदी की तेजी रही। माल ढुलाई से होने वाली कमाई में पिछले हफ्ते 19.23 फीसदी की तेजी रही जबकि इससे पिछले हफ्ते इसमें 26.99 फीसदी की तेजी रही।
देश में बिजली उत्पादन की मात्रा में थोड़ी कमी दिखी। पिछले से पिछले हफ्ते की तुलना में यह 1.4 फीसदी कम था हालांकि यह 2019 की तुलना में 16.7 फीसदी अधिक था। वैश्विक लोकेशन तकनीक कंपनी टॉम टॉम इंटरनैशनल के डेटा के मुताबिक सोमवार सुबह 9 बजे यातायात भीड़ में बड़ी कमी देखी गई। वर्ष 2019 की तुलना में नई दिल्ली में यातायात में 74 फीसदी तक की कमी आई। मुंबई में भीड़ में 75 फीसदी तक की कमी आई। स्वतंत्रता दिवस की वजह से सोमवार को सरकारी छुट्टी रही।
बिज़नेस स्टैंडर्ड इन संकेतकों का जायजा इस बात का अंदाजा लगाने के लिए लेता है कि अर्थव्यवस्था की साप्ताहिक तस्वीर कैसी है। वैश्विक स्तर के विश्लेषक भी समान तरह के संकेतकों का जायजा ले रहे हैं क्योंकि वृहद अर्थव्यवस्था के आधिकारिक आंकड़े अक्सर देरी से जारी होते हैं। इस तरह के संकेतकों से अंदाजा मिलता है कि महामारी के चलते बने हालात की वजह से अर्थव्यवस्था की कैसी स्थिति है और इस पर नियंत्रण करने के सरकार के कदमों का असर कैसा दिख रहा है। गूगल के डेटा अक्सर देर से जारी होते हैं। ताजा आंकड़े 10 अगस्त के हैं। यातायात के आंकड़े सोमवार 15 अगस्त के हैं। बाकी सभी डेटा रविवार के हैं।