कार्यालय और मॉल जैसे वाणिज्यिक रियल एस्टेट की मांग कोविड-19 की तीसरी लहर में मामूली कमजोर पडऩे के बाद दोबारा जोर पकडऩे लगी है। उद्योग से जुड़ी कंपनियों और विश्लेषकों का कहना है कि प्राप्त प्रतिरक्षा और टीकाकरण अभियान के कारण वायरस के खतरे में कमी आई है जिससे कई कार्यालय पुरानी व्यवस्था में लौटने की तैयारी कर रहे हैं तो वहीं काम करने का हाइब्रिड मॉडल भी बना रहेगा।
नाइट फ्रैंक इंडिया (केएफआई) में सौदों के कार्यकारी निदेशक विरल देसाई कहते हैं, ‘सरकारी दिशानिर्देशों के मुताबिक महामारी कमजोर पड़ रही है और वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसियों से भी ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं जिसके बाद नई और अधिक जगह लेने के लिए किरायेदारों की रुचि उच्च स्तर पर है। हम उम्मीद करते हैं कि 2022 के अंत तक पट्टा गतिविधि में 2021 के मुकाबले 40 से 50 फीसदी का इजाफा होगा।’
केएफआई के आंकड़ों से पता चलता है कि 2021 में यह खंड पहले से अच्छा प्रदर्शन कर रहा था क्योंकि औसत मासिक कार्यालय स्थान का इस्तेमाल आठ महीने के निर्बाध परिचालन के दौरान 47 लाख वर्गफुट था जो कि 2019 के 50 लाख वर्गफुट से मामूली कम है।
एंबेसी रीट के उप मुख्य कार्याधिकारी और मुख्य परिचालन अधिकारी विकास खडलोया कहते हैं, ‘2021 के अंतिम महीनों से हमें पट्टे संबंधी पूछताछ और स्थान के मुआयने में मजबूत उछाल नजर आई है।’
उन्होंने कहा, ‘जनवरी में ओमिक्रॉन की लहर अल्पकालीन झटका था जिससे कुछ सौदों के पूरे होने में देरी हुई लेकिन अब हमें सौदा गतिविधि में वापसी नजर आ रही है। कॉर्पोरेट कंपनियां कार्यालय लौटने की अपनी योजना को लागू कर रही हैं। उन्हें ऐसा रिकॉड स्तर पर नियुक्ति के कारण भी करना पड़ रहा है।’
रीट ने जनवरी 2022 में वित्त वर्ष 2022 के लिए अपने पट्टा निर्देश को 4 लाख वर्गफुट से बढ़ाकर 10 लाख वर्गफुट कर दिया। मोटे तौर पर ऐसा सुधरते कारोबारी धारणा और चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने में मजबूत पट्टा प्रदर्शन के मद्देनजर किया गया है। कंपनी ने पहले नौ महीने में 7 लाख वर्गफुट नए पट्टे पूरे किए।
खडलोया कहते हैं, ‘एक और सकारात्मक बात यह है कि हमने कई ऐसे मामले देखे हैं जिनमें किरायेदार फिर से वापसी कर रहे हैं या नोटिसों में कमी ला रहे हैं और कुछ ऐसे भी मामले हैं जिनमें महामारी के दौरान पहले ही बाहर निकल चुके किरायेदार फिर से हमसे पट्टे पर जगह ले रहे हैं।’
कार्यालय के लिए जगह की मांग की एक प्रमुख वजह यह है कि घर से काम करने के चलन में कमी आ रही है।
एनारॉक समूह के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘सच्चाई यह है कि भविष्य में काम करने के हाइब्रिड मॉडल का वर्चस्व होगा। हाइब्रिड मॉडल को लागू करना जटिल है और क्षेत्र तथा भूमिका के हिसाब से इसमें अंतर आएगा। आईटी-आईटीईएस, ई-कॉमर्स, पेशेवर सेवाएं आदि के लिए हाइब्रिड मॉडल को अपनाना उपयुक्त रहेगा।’
