भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली में इस सत्र की प्लेसमेंट प्रक्रिया पूरी होने पर संस्थान में छात्रों को विभिन्न प्रस्तावों तथा प्री-प्लेसमेंट ऑफर सहित 1,100 से ज्यादा नौकरी प्रस्ताव मिले हैं। विभिन्न क्षेत्रों के अनुसार वर्गीकरण में कोर सेक्टर की कंपनियों ने सबसे ज्यादा 31 फीसदी नौकरी प्रस्ताव सौंपे।
संस्थान के अनुसार 1,100 से अधिक नौकरियों की पेशकश के साथ, आईआईटी दिल्ली ने पिछले साल के आंकड़े में 4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। कोर सेक्टर के बाद आईटी क्षेत्र (23 प्रतिशत), एनालिटिक्स (13 फीसदी), कंसल्टिंग (नौ फीसदी), मैनेजमेंट (सात फीसदी) और फाइनैंस (तीन फीसदी) क्षेत्र की कंपनियों ने नौकरी प्रस्ताव सौंपे। शेष सभी क्षेत्रों की हिस्सेदारी करीब 14 फीसदी रही।
शैक्षणिक वर्ष 2019-2020 के लिए 430 से अधिक संगठनों ने 600 से ज्यादा जॉब प्रोफाइल की पेशकश करते हुए प्लेसमेंट सीजन के लिए पंजीकरण कराया था। हालांकि कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन माध्यम से प्लेसमेंट का दूसरा चरण जारी रहा और लगभग 100 छात्रों को इस दौरान नौकरी प्रस्ताव भी मिले।
इस सत्र में संस्थान की प्लेसमेंट सेवाओं का लाभ उठाने वाले स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों में से लगभग 85.6 फीसदी छात्रों को नौकरियां मिल गईं। प्लेसमेंट प्रक्रिया में शामिल नहीं होने तथा दूसरे विकल्पों जैसे उच्च अध्ययन, अनुसंधान, सिविल सेवा परीक्षा, स्टार्टअप आदि का रुख करने वाले छात्रों को भी अपने स्तर पर प्रयासों तथा संपर्कों के माध्यम से नौकरियां मिल गईं।
पिछले साल के आंकड़े को पार करने पर आईआईटी दिल्ली के करियर सेवा कार्यालय (ओसीएस) के प्रमुख एस धर्मराज ने कहा, ‘आईआईटी दिल्ली ने नौकरी प्लेसमेंट संबंधित पिछले सभी वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस साल नौकरी प्रस्तावों की संख्या में चार फीसदी की वृद्धि हुई है। यह टीम भावना के साथ काम करने, गतिशील रणनीति, छात्रों के कौशल और कोर क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों के प्लेसमेंट प्रक्रिया में हिस्सा लेने के कारण संभव हुआ।’
इस बीच 2019-2020 के प्लेसमेंट सत्र की बात करते हुए आईआईटी दिल्ली के ओसीएस विभाग में औद्योगिक संपर्क अधिकारी अनिश्या ओ. मदन ने कहा कि संस्थान के कर्मियों, छात्र समन्वयकों, स्वयंसेवकों तथा विभिन्न कंपनियों के सम्मिलित प्रयासों से पूरी प्रक्रिया सहज रूप से चली।
