वर्चुअल प्राइवेट नेटवक्र्स (वीपीएन) स्थायी रूप से ब्लॉक (बंद) करने के एक सुझाव पर ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं ने तल्ख प्रतिक्रिया दी है। उद्योग जगत ने भी गृह मामलों पर संसद की स्थायी समिति के इस सुझाव की आलोचना की है। ऑनलाइन काम करने वाले लोग और उद्योग जगत वीपीएन का इस्तेमाल करते हैं। इस समिति की रिपोर्ट 10 अगस्त को आई थी। इसमें कहा गया था कि वीपीएन सेवाओं एवं डार्क वेब से पेश आने वाली तकनीकी चुनौतियों से संबंधित चिंताओं से समिति वाकिफ है। ऐसी चिंता जताई जा रही है कि वीपीएन एवं डार्क वेब की मदद से अपराधी साइबर सुरक्षा भेद सकते हैं, वे अज्ञान स्थानों से अपने काम को अंजाम दे सकते हैं।
