महामारी के शुरुआती महीने में पट्टे पर कार्यालय लेने की गतिविधियां प्रभावित हुई थीं, जो कैलेंडर वर्ष की तीसरी तिमाही में गति पकड़ रही हैं।
संपत्ति सलाहकार जेएलएल ने आज कहा कि इस कैलेंडर वर्ष की तीसरी तिमाही में पट्टे पर कार्यालय की जगह लेने की गतिविधियां साल की दूसरी तिमाही की तुलना में 64 प्रतिशत बढ़ी हैं।
तीसरी तिमाही में कार्यालय की गतिविधियों में तेजी बेंगलूरु और हैदराबाद की वजह से आई, जहां 2020 की तीसरी तिमाही में कार्यालय लेने वालों की की गतिविधि करीब 80 प्रतिशत बढ़ी है। जेएलएल ने कहा कि बेंगलूरु में बढ़ी गतिविधियों से मांग में सुधार के संकेत मिलते हैं, जो दूसरी तिमाही में बहुत कम हो गई थी।
अगर पिछले साल से तुलना करें तो तीसरी तिमाही में कार्यालय की जगह की खपत पिछले साल की तीसरी तिमाही के 1 करोड़ वर्गफुट से 50 प्रतिशत घटकर इस साल तीसरी तिमाही में 54 लाख वर्गफुट रह गई है।
बहरहाल महामारी और लॉकडाउन के कारण ऑफिस लीजिंग के हिसाब से यह साल बहुत सुस्त रहा है। चालू कैलेंडर वर्ष में देश में अब तक करीब 175 लाख वर्गफुट ऑफिस लीजिंग हुआ है और उम्मीद की जा रही है कि साल के अंत तक यह 250 लाख वर्गफुट तक पहुंच जाएगा। औसतन हर साल 350 लाख वर्गफुट जगह ली जाती है। दिलचस्प है कि तकनीक दिग्गज जैसे ऐपल, सीमेंस, गूगल व अन्य ने हाल में बेंगलूरु और हैदराबाद में बड़ी जगहें पट्टे पर ली हैं। ऐपल ने बेंगलूरु के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट में 4 लाख वर्गफुट जगह, जबकि सीमेंस ने कर्नाटक की राजधानी में 7,30,000 वर्गफुट जगह ली है। गूगल ने 10 लाख वर्गफुट जगह बेंगलूरु में इस साल की शुरुआत में ली है। वहीं बेंगलूरु के प्रेस्टीज स्टारटेक में एक्सेंचर ने 6,50,000 वर्गफुट जगह ली है। निवेश बैंकिंग दिग्गज गोल्डमैन सैक्स भारत में अपना दूसरा कार्यालय हैदराबाद में खोल रही है।
