जीवन बीमा कंपनियों के नए कारोबार का प्रीमियम (एनबीपी) अप्रैल में सालाना आधार पर 84 प्रतिशत बढ़ा है, जिसे आरंभिक सार्वजनिक पेशकश करने वाली बीमा क्षेत्र की दिग्गज भारतीय जीवन बीमा निगम के एनबीपी में 141 प्रतिशत इजाफे से मदद मिली। जीवन बीमा परिषद के नवीनतम आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
अप्रैल में उद्योग ने एक साल पहले की इस अवधि के 9,739 करोड़ रुपये की तुलना में 17,939 करोड़ रुपये का एनबीपी अर्जित किया। इसी अवधि में एलआईसी का एनबीपी 141 प्रतिशत बढ़कर 11,717 करोड़ रुपये हो गया। इस अवधि के दौरान इसके गु्रप सिंगल प्रीमियम में 227 प्रतिशत इजाफे के साथ 8,467 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की गई।
दूसरी ओर निजी बीमा कंपनियों का एनबीपी 27.47 प्रतिशत बढ़कर 6,222.91 करोड़ रुपये हो गया, जिसे व्यक्तिगत नॉन-सिंगल प्रीमियम में बढिय़ा इजाफे से मदद मिली। एनबीपी किसी विशेष वर्ष में नई पॉलिसियों से प्राप्त होने वाला प्रीमियम होता है।
निजी क्षेत्र की बड़ी बीमा कंपनियों में एसबीआई लाइफ का एनबीपी अप्रैल में सालाना आधार पर 33.33 प्रतिशत बढ़ा, जबकि इस अवधि में एचडीएफसी लाइफ का एनबीपी 22.52 प्रतिशत, आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल का एनबीपी 37.59 प्रतिशत और बजाज एलियांज का एनबीपी 23.28 प्रतिशत बढ़ा।
इंडियाफस्र्ट लाइफ इंश्योरेंस के उप मुख्य कार्याधिकारी रुषभ गांधी ने कहा कि कुल एनबीपी में व्यक्तिगत और समूह कारोबार दोनों ही शामिल हैं। अप्रैल 2022 में मुख्य रूप से समूह कारोबार में सालाना आधार पर 233 प्रतिशत वृद्धि के कारण एलआईसी के एनबीपी में 141 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
सामान्य रूप से जीवन बीमा कंपनियों के लिए अप्रैल सुस्त महीना होता है, क्योंकि वे मार्च में बहुत ज्यादा कारोबार अर्जित कर लेती हैं। इसकी वजह यह है कि लोग वित्त वर्ष के अंत से पहले कर बचत करने वाले उत्पादों को खरीदने की होड़ में रहते हैं।
