प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लखनऊ पहुंचकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी रविवार को पूर्वाह्न सिंह के लखनऊ के मॉल एवेन्यू स्थित आवास पर पहुंचे जहां उनका पार्थिव शरीर रखा गया था। प्रधानमंत्री के साथ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने कल्याण सिंह के परिजन से भी मुलाकात कर उनके प्रति संवेदना प्रकट की।
मोदी ने कहा कि कल्याण सिंह ने अपने नाम को सार्थक किया और जीवन भर लोगों के लिए काम करते हुए जन कल्याण को हमेशा प्राथमिकता दी। मोदी ने कहा, ‘वह हर एक के लिए प्रेरणा का केंद्र थे और जन सामान्य के लिए भी प्रेरणा का प्रतीक बने। मेरा सभी से आह्वान है उनके आदर्श और संकल्पों को लेकर अधिकतम पुरुषार्थ करें और उनके सपनों को पूरा करने में कोई कमी ना रखें।’
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार को रात सवा नौ बजे लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई में निधन हो गया था। वह 89 वर्ष के थे। वह काफी समय से बीमार थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बसपा प्रमुख मायावती ने भी कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व मुख्यमंत्री के पार्थिव शरीर को अलीगढ़ ले जाया गया जहां उसे स्थानीय लोगों के दर्शन के लिए अहिल्याबाई स्टेडियम में रखा गया है। अंतिम संस्कार 23 अगस्त को बुलंदशहर के नरौरा में गंगा तट पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उन्होंने 23 अगस्त को एक दिन का सार्वजनिक अवकाश की भी घोषणा की है। राजस्थान में भी पूर्व राज्यपाल दिवंगत कल्याण सिंह के सम्मान में दो दिन के राजकीय शोक और 23 अगस्त (सोमवार) को राजकीय अवकाश की घोषणा की गई है। उत्तराखंड सरकार ने भी कल्याण सिंह के निधन पर रविवार को राज्य में एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार थे और 6 दिसंबर, 1992 को अयोध्या में बाबरी ढांचा गिराए जाने के समय के वक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। इस घटना के बाद सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। सिंह को गत 4 जुलाई को संक्रमण तथा स्वास्थ्य संबंधी कुछ अन्य समस्याएं होने पर एसजीपीजीआई के गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया गया था।