कभी न सोने वाली आर्थिक राजधानी मुंबई की रफ्तार दस जगहों पर हुए आतंकी हमलों से मानो थम सी गई।
महानगर की सड़कें वीरान नजर आने लगीं। मुंबई की जीवनरेखा कही जाने वाली उपनगरीय ट्रेनें चलीं तो सही लेकिन रोज की तरह उनमें भीड़ नजर नहीं आई। अब तक के सबसे भीषण आतंकी हमले से मुंबईकर दहशत में हैं। पूरे शहर में कर्फ्यू जैसी स्थिति हो गई है।
वहीं ओबेरॉय और ताज होटलों में कई लोगों को बंधक बनाए जाने की खबर है। प्रशासन के आदेश से सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। हालात को देखते हुए बंबई स्टॉक एक्सचेंज और जिंस बाजार में भी काम-काज ठप पड़ा है।
बुधवार रात मुंबई में करीब 26 आतंकी भारी विस्फोटकों और हथियारों समेत सुरक्षा को धता बताते हुए प्रवेश कर गए और होटल ताज और ओबेरॉय समेत दस स्थानों पर फायरिंग और ग्रेनेड से हमले शुरू कर दिए। रात से चल रहे हमलों में 100 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और 300 से अधिक घायल हुए हैं।
मुंबई पुलिस, एटीएस के जांबाजों ने इनसे जमकर लोहा लिया, लेकिन स्थिति बेकाबू होते ही सेना, अर्ध-सैनिक बलों और एनएसजी के करीब 200 कमांडो को लगाया गया। आतंकियों से लड़ते हुए एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे समेत 11 जवान शहीद हो गए।
दहशत में बाजार बंद
मुंबई में आतंकी हमले के बाद बंबई स्टॉक एक्सचेंज और विदेशी मुद्रा बाजार गुरुवार को बंद करने की घोषणा की गई। बुधवार शाम से सुरक्षाकर्मियों और आतंकवादियों के बीच भारी गोलीबारी के बाद पुलिस ने इस पूरे क्षेत्र को सील कर दिया, जिसके बाद प्रशासन ने उक्त निर्णय किया है।
इसके साथ ही मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज और नेशनल कमोडिटी एवं डेरिवेटिव्स एक्सचेंज भी बंद रहे। शहर के कई मॉलों में भी गुरुवार को काम नहीं हुआ।
देशभर में कड़ी सुरक्षा
मुंबई में आंतकवादी हमलों के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी गई। राजधानी दिल्ली, गोवा, गुजरात, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। देशभर में बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों, सिनेमाघरों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
होटल अधिकारियों से भी कहा गया है कि वह सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दें। सितंबर में बम विस्फोटों की गवाह रही राजधानी में पुलिसकर्मियों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। तमिलनाडु में होटलों, पूजास्थलों और तमाम ऐसे स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जहां बड़ी संख्या में लोग जमा होते हैं।
जिम्मेदार कौन?
मुंबई में हुए हमले के पीछे किसका हाथ है, इसके बारे में फिलहाल पता नहीं लगा है। हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी डेक्कन मुजाहिद्दीन ने ली है। लेकिन इस संगठन का नाम पहले कभी नहीं सुना गया है।
सुरक्षा बलों का कहना है कि इस तरह का दावा जांच एजेंसियों को गुमराह करने के लिए भी की जा सकती है। विदेशी भी निशाने पर : मुंबई में बुधवार रात हुए आतंकी हमलों में एक ब्रिटिश नागरिक सहित तीन विदेशी मारे गए और 18 घायल हो गए।
दक्षिण मुंबई में दो पांच सितारा होटलों पर हमले में एक ब्रिटिश, एक जापानी और एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक की मौत हो गई। ब्रिटिश उच्चायुक्त सर रिचर्ड स्टैग ने भी इस घटना पर खेद जताया है।
यातायात भी प्रभावित
आतंकवादी हमले के चलते गुरुवार की सुबह काफी कम संख्या में यात्री हवाई अड्डे पर आए, वहीं 3 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द कर दिया गया।
आतंकवादी हमले के चलते क्रू के सदस्य हवाई अड्डा पहुंचने में विफल रहे, जिससे बुधवार रात लुफ्थांसा, एयर फ्रांस और नॉर्थ वेस्ट की तीन उड़ानें रद्द कर दी गई। हालांकि एयर इंडिया ने कोई भी उड़ान रद्द नहीं की है।
सीएसटी पर आतंकवादियों की गोलीबारी में राजकीय रेलवे पुलिस के तीन कर्मचारी मारे गए। मध्य रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्रीनिवास मुदगरीकर ने बताया कि सुरक्षा के प्रति निश्चिंत हो जाने के बाद रात करीब ढाई बजे से रेल सेवाएं बहाल कर दी गईं।
बॉलीवुड पर भी असर
हमले के बाद राज्य सरकार ने मुंबई के सभी सिनेमाघरों के प्रबंधकों से कहा है कि गुरुवार को किसी भी हॉल में फिल्म का प्रदर्शन नहीं किया जाए। इस वजह से गुरुवार को सभी थिएटर बंद रहे। साथ ही विभिन्न फिल्म एसोसिएशन ने घोषणा की है कि अगले दो दिनों तक फिल्म इंडस्ट्रीज में कोई काम नहीं होगा।
इंगलैंड का वन-डे दौरा रद्द
भारत के खिलाफ एक दिवसीय क्रिकेट शृंखला में इंगलैंड के बाकी दो मैच मुंबई में आतंकवादी हमलों के मद्देनजर रद्द कर दिए गए। हालांकि टेस्ट शृंखला पर अंतिम फैसला बाद में लिया जाएगा।
ईसीबी के अधिकारियों और इंगलैंड टीम प्रबंधन से बातचीत के बाद बीसीसीआई सचिव एन. श्रीनिवासन ने कहा कि गुवाहाटी और नई दिल्ली में होने वाले वन-डे मैच सुरक्षा करारणों से रद्द कर दिए गए हैं।
आतंक से निपटने की कवायद
मुंबई में आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई। उसमें सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई। इसके अलावा, रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी ने मुंबई आतंकवादी हमलों के बाद उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने के मद्देनजर सशस्त्र बलों की उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि बैठक में नौसेना प्रमुखों की समिति के अध्यक्ष एडमिरल सुरेश मेहता, वायु सेना अध्यक्ष फली होमी मेजर के अलावा सेवाओं के शीर्ष गुप्तचर अधिकारी शामिल होंगे। इसके अलावा, गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के साथ यहां एक आपात बैठक की।
खौफ की कहानी, इनकी जुबानी…
घर पहुंच ली राहत की सांस : मैं बांद्रा के एक सम्मान समारोह में रात 10 बजे तक था। जब समारोह स्थल से बाहर आया, सबकुछ सामान्य था।
उसके बाद कार से वर्ली स्थित अपने घर की ओर चला। रास्ते में अचानक मेरे सेलफोन पर लोगों की कॉल आने शुरू हो गए।
सब यही कह रहे थे कि मुंबई के कई इलाकों में आतंकियों ने हमले कर दिए हैं और फायरिंग हो रही है। मेरी मां, भाई और सहकर्मियों ने भी फोन कर मेरा कुशलक्षेम पूछा। वास्तव में बुधवार की रात बहुत भयानक और डरावनी लग रही थी।
रास्ते में कई जगह जाम लगा हुआ था, दरअसल, लोग अपनी घरों की ओर भाग रहे थे। पूरे शहर में अफरा-तफरी का माहौल था। हालांकि रात 11 बजे मैं सुरक्षित घर पहुंच गया, तब जाकर जान में जान आई।
अनिल अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष, वेदांता रिसोर्सेज
रिश्तेदार के घर बिर्ताई रात : मैं होटल ताज में आयोजित अर्नस्ट एंड यंग अवार्ड के लिए मुंबई गया था। हालांकि मुझे पहले ही आभास हुआ कि मुंबई में सबकुछ ठीक नहीं है।
इसी बीच, रात करीब 10 से 10.30 बजे के बीच मेरे एक मित्र ने फोन कर कहा कि मुंबई में लियोपोल्ड कैफे में गैंगवार हो रही है। लेकिन जैसे ही हम होटल से बाहर निकलने की तैयारी कर रहे थे, एक और दोस्त का फोन आया। उसने कहा कि होटल ताज और ओबेरॉय में आतंकियों ने हमला कर दिया है।
12 बजे के बाद से विले पार्ले, सांताक्रूज और अन्य जगहों पर आतंकी हमले की खबरें आने लगीं। इसके बाद मैंने एक रिश्तेदार को फोन किया और उनके घर पर ही रहने का निर्णय किया। उसके बाद सुबह मैं दिल्ली वापस आ गया।
संजीव बिकचंदानी, संस्थापक, नौकरी डॉट कॉम
भय में बीती रात : मैं कुछ दिनों से मुंबई के होटल ताज में रह रहा था। मुझे बी. काकड़िया के बेटे की शादी में शामिल होना था। सुहेल सेठ भी ताज में ही रह रहा था। वह रिसेप्शन में शामिल होने के लिए मुझसे थोड़ी देर पहले ही होटल से निकला।
जब हम लोग कोलाबा में हो रही रिसेप्शन पार्टी में पहुंचे तो वहां सुहेल के पास एक दोस्त बकुल जैन का एसएमएस आया कि ताज होटल में आतंकी हमला हो गया है। हमें लगा कि वह मजाक कर रहा है।
लेकिन जैसे ही हम लोग वहां से निकलने लगे तभी जॉय शूज के प्रमुख ने हमें बताया कि लियोपाल्ड कैफे में पुलिस मुठभेड़ चल रही है, इसीलिए ताज के लिए दूसरे रास्ते से जाना पड़ेगा।
हमने होटल का नंबर मिलाया और हमें कहा गया कि अच्छा होगा कि हम होटल वापस ना जाए।
रेयान करंजीवाला, मैनेजिंग पार्टनर, करंजीवाला एंड कंपनी