सितंबर तिमाही में नए बिजनेस प्रीमियम (एनबीपी) में करीब 16 प्रतिशत की बेहतरीन वृद्धि के बाद जीवन बीमा कंपनियों ने अक्टूबर महीने में एनबीसी में 32 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। एकल प्रीमियम के साथ समूह हैर एकल प्रीमियम में बढ़ोतरी की वजह से ऐसा हुआ है।
वित्त वर्ष 21 के अक्टूबर महीने में जीवन बीमा कंपनियों का एनबीपी 22,776 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 17,271.86 करोड़ रुपये था। सितंबर महीने में बीमा कंपनियों का एनबीपी 26.47 प्रतिशत बढ़कर 25,366.32 करोड़ रुपये था। एनबीपी वह प्रीमियम है, जो नई पॉलिसी से उस खास साल में आता है।
कोरोनावायरस के शुरुआती दिनों के आंकड़ों की तुलना में यह एकदम उलट है। वित्त वर्ष 21 की पहली तिमाही में जीवन बीमा कंपनियों के एनबीपी में 18 प्रतिशत की गिरावट आई थी, जब कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए देशबंदी की गई थी।
सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का अक्टूबर में एनबीपी 36 प्रतिशत बढ़कर 15,548 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 11,422 करोड़ रुपये था। वहीं दूसरी तरफ निजी बीमा कंपनियों का एनबीपी 23.5 प्रतिशत बढ़कर 7,228 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 5,859.71 करोड़ रुपये था।
