शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला के निधन पर बाजार विश्लेषकों ने शोक जताते हुए कहा है कि उनका देश की वृद्धि की कहानी पर काफी भरोसा था और उनके भीतर मौजूद ऊर्जा उन्हें खास बनाती थी।
जेरोधा के संस्थापक निखिल कामत ने ट्वीट किया, ‘आप जैसा कोई कभी भी देखने को नहीं मिलेगा।’
झुनझुनवाला को कई बार भारत का वारेन बफे और भारतीय बाजारों का बिग बुल कहा जाता था।
एक्सिस सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बी गोपकुमार ने कहा, ‘वह टीवी स्टूडियो में जैसी ऊर्जा लाते थे, उसके लिए उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता।’
उन्होंने कहा कि भारत की वृद्धि की कहानी में उन्हें पूरा भरोसा था। उन्होंने हमेशा यह साबित किया कि यदि कोई व्यक्ति अच्छी कंपनियों में अपने निवेश को बनाए रखता है, तो उसकी संपत्ति बढ़ना निश्चित है।
एक अन्य विशेषज्ञ संदीप पारेख ने कहा कि झुनझुनवाला ऐसी हस्ती थे जिनके भाषण सुनकर ऐसे लोगों को भी देश की वृद्धि की कहानी में भरोसा हो जाता था, जो ऐसा नहीं मानते थे।
एंबिट एसेट मैनेजमेंट के सीईओ सुशांत भंसाली ने कहा कि झुनझुनवाला भारत की कहानी में सबसे अधिक भरोसा करने वाले लोगों में से एक थे।
अदाणी ने ट्वीट किया कि भारत के सबसे बड़े निवेशक के असामयिक निधन से बेहद दुखी हूं। झुनझुनवाला ने अपने शानदार विचारों से एक पूरी पीढ़ी को हमारे इक्विटी बाजारों में विश्वास करने के लिए प्रेरित किया। मैं और देश उन्हें सदैव याद रखेंगे।
देश के मशहूर बैंकर दीपक पारेख ने कहा कि झुनझुनवाला आशावाद के साथ एक प्रसिद्ध हस्ती थे जिन्होंने भारतीय बाजार को गति दी।
बैंकर उदय कोटक ने कहा कि राकेश झुनझुनवाला मेरे स्कूल और कॉलेज के साथी थे। उनके पास वित्तीय बाजारों की अनूठी समझ थी। हम आपको हमेशा याद करेंगे!
खनन कारोबारी अनिल अग्रवाल ने ट्वीट के माध्यम से शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मेरा दोस्त और शेयर बाजार का दिग्गज अब नहीं रहा। झुनझुनवाला को हमेशा उस व्यक्ति के रूप में जाना जाएगा जिसने शेयर बाजारों की सार्वजनिक समझ को लोकप्रिय बनाया।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट करते हुए कहा कि अब झुनझुनवाला हमारे बीच नही रहे। वह शेयर मार्केट को समझने वाले, बड़े निवेशक, जोखिम से न डरने वाले और स्पष्ट वक्ता थे। उनको देश की प्रगति पर पूरा विश्वास था।
