मौजूदा वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला ने दवा और एफएमसीजी कंपनियों के शेयर खरीदे। 21 अक्टूबर तक 28 कंपनियों की तरफ से जमा कराए गए शेयरधारिता पैटर्न के मुताबिक, झुनझुनवाला ने दवा कंपनियों ल्यूपिन व जुबिलैंट लाइफ साइंसेज के अतिरिक्त शेयर खरीदे। इसके अलावा इस अवधि में एग्रो टेक फूड्स व एनसीसी में भी निवेश किया।
राकेश झुनझुनवाला ने टाटा मोटर्स की 1.29 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है। टाटा समूह की वाहन कंपनी की तरफ से पेश शेयरधारिता ढांचे से पता चलता है कि झुनझुनवाला के पास 4 करोड़ शेयर हैं। हालांकि इसका पता नहीं चल पाया कि क्या उन्होंने पूरी हिस्सेदारी हाल में समाप्त तिमाही के दौरान खरीदी।
ज्यादातर विश्लेषकों को उम्मीद है कि वाहन क्षेत्र में काफी तेजी से सुधार होगा, जैसा कि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में नजर आया है। वाहन क्षेत्र कोविड-19 के प्रसार पर लगाम कसने के लिए हुए राष्ट्रीय लॉकडाउन से प्रभावित हुआ था।
जेफरीज के एन मंगल और सागर साहू ने 8 अक्टूबर के नोट में लिखा है, वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में वाहन कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा, जिसकी अगुआई वॉल्यूम में हुई बढ़ोतरी है, जो पहली तिमाही में काफी नीचे चला गया था। हाल में समाप्त तिमाही मेंं यह क्षेत्र लाभ में आ जाएगा, हालांकि सालाना आधार पर शुद्ध लाभ 15 फीसदी कम रहेगा, जिसकी वजह कम वित्तीय आय आदि होगी।
लेकिन आंकड़े इस भरोसे का समर्थन करते हैं। सायम के आंकड़ों के मुताबिक भारत मेंं यात्री वाहनों की थोक बिक्री सितंबर में 26.45 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2,72,027 वाहन हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 2,15,214 वाहन रही थी। टाटा मोटर्स ने सितंबर तिमाही में कुल बिक्री में सालाना आधार पर 5.09 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की और कुल बिक्री 1,10,379 वाहन रही। सितंबर तिमाही में कुल देसी बिक्री 13 फीसदी बढ़कर 1,06,888 वाहन हो गई।
दूसरी ओर, झुनझुनवाला और उनके परिवार ने टाइटन, एस्कॉट्र्स और फेडरल बैंक में अपनी हिस्सेदारी दूसरी तिमाही में घटाई। इसके अलावा रैलिस इंडिया, क्रिसिल, इंडियन होटल्स कंपनी, डेल्टा कॉर्प, वीआईपी इंडस्ट्रीज और एमसीएक्स में उनकी हिस्सेदारी अपरिवर्तित बनी रही।
झुनझुनवाला ने सितंबर तिमाही में ल्यूपिन में अपनी हिस्सेदारी जून तिमाही के 1.47 फीसदी के मुकाबले बढ़ाकर 1.53 फीसदी पर पहुंचा दी।
