भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने भू-अवलोकन उपग्रह ईओएस-04 और दो छोटे उपग्रहों को सोमवार को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में उनकी कक्षा में स्थापित कर दिया। इसरो का 2022 का यह पहला प्रक्षेपण अभियान था। अंतरिक्ष एजेंसी के प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी 52 ने तीनों उपग्रहों के साथ 25 घंटे 30 मिनट की उलटी गिनती के बाद सुबह पांच बजकर 59 मिनट पर यहां से उड़ान भरी। इसरो ने कहा कि प्रणोदन, उष्मा से बचाने वाले कवच को अलग करना और कक्षा में स्थापित किए जाने सहित उड़ान की अहम गतिविधियां पूरी तरह से योजना के अनुरूप हुई। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा करीब 17 मिनट 34 सेकंड की उड़ान के बाद, तीनों उपग्रहों को 529 किमी की सूर्य- तुल्यकालिक ध्रुवीय कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश कराया गया और उपग्रहों को जिन कक्षाओं में स्थापित किया गया वे लक्षित कक्षाओं से बहुत नजदीक हैं। बेंगलूरु स्थित इसरो के ‘टेलीमेट्री ट्रैकिंग ऐंड कमांड नेटवर्क’ ने बताया कि आने वाले दिनों में उपग्रह को परिचालन की स्थिति में लाया जाएगा, जिसके बाद वह आंकड़े मुहैया कराना शुरू करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएसएलवी सी52 के सफल प्रक्षेपण पर ट्वीट कर अंतरिक्ष यात्रियों को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘पीएसएलवी सी52 मिशन के सफल प्रक्षेपण पर हमारे अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को बधाई। ईओएस-04 उपग्रह कृषि, वानिकी और पौधरोपण, मिट्टी की नमी और जल विज्ञान के साथ ही बाढ़ मानचित्रण के लिए सभी मौसम स्थितियों में उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें प्रदान करेगा।’
