खुदरा कारोबारी और रेस्तरां मालिक महाराष्ट्र सरकार के एक नियम का भारी विरोध कर रहे हैं जिसमें कहा गया कि यदि उनके सभी कर्मचारियों का टीकाकरण हो चुका हो तभी वे 15 अगस्त से पूरी क्षमता से काम कर सकते हैं।
रिटेल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आरएआई) ने सरकार से कहा है कि उसके सदस्य उन कर्मचारियों की तैनाती के साथ अपने स्टोर खोलेंगे जिन्होंने टीके की कम से कम एक खुराक लगवा ली हो। इसके अलावा वे स्वास्थ्य और साफ-सफाई के मानकों का पालन करेंगे। नैशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अनुराग कटियार ने कहा कि नया नियम मौजूदा परिस्थितियों से भी अधिक पुरातनपंथी है और यह स्टोरों को काम समेटने पर विवश करेगा।
बुधवार को राज्य सरकार ने मॉल, रेस्तरां और खुदरा स्टोरों को लेकर नए दिशानिर्देश जारी करके कहा था कि वे पूरे राज्य में रात 10 बजे तक खुले रह सकते हैं। इससे पहले तक मुंबई में मॉल बंद थे जबकि रेस्तरां में लोग शाम चार बजे तक ही बैठकर खा सकते थे।
कारोबारियों ने इस निर्णय का स्वागत किया लेकिन उनका शुरुआती उत्साह उस समय निराशा में बदल गया जब उन्होंने नए नियमों के साथ जुड़ी शर्तों को देखा। नियम में कहा गया है कि रेस्तरां, मॉल और खुदरा दुकानों में सभी कर्मचारियों को टीके की दोनों खुराक लगी होनी चाहिए और उन्हें दूसरा टीका लगे हुए भी कम से कम 14 दिन बीत चुके होने चाहिए। इसके अलावा मॉल में वही लोग आ सकेंगे जिन्हें टीके की दूसरी खुराक लगे 14 दिन हो चुके हों।
आरएआई के मुख्य कार्याधिकारी कुमार राजगोपालन ने कहा कि नए नियम अव्यावहारिक हैं क्योंकि मॉल और स्टोरों में काम करने वाले कई लोग 20 से 45 की उम्र के हैं और वे अब तक दोनों खुराक के बीच की 84 दिन की अवधि पूरी नहीं कर सके हैं। उनका कहना है कि ग्राहकों के लिए भी दोनों खुराक का नियम समाप्त किया जाना चाहिए और उनका तापमान नापने के बाद उन्हें मॉल में प्रवेश करने देना चाहिए। 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों के नि:शुल्क टीकाकरण पर राज्य सरकार ने 12 मई को रोक लगा दी थी क्योंकि टीकों की कमी हो रही थी। सरकार ने 22 जून को 30 से 44 की उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरू किया था। इस बीच 18 से 44 की उम्र के लोग केवल निजी टीकाकरण केंद्रों पर ही टीका लगवा सकते हैं। महाराष्ट्र में अब तक इस आयु वर्ग के 10 लाख से अधिक लोगों को टीके की दोनों खुराक लगी हैं। होटल ऐंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के संयुक्त मानद सचिव प्रदीप शेट्टी कहते हैं कि वह सरकार के आदेश से निराश हैं क्योंकि 15 अगस्त तक सभी कर्मचारियों को दोनों टीके लगाने का निर्देश अव्यावहारिक है।
कटियार कहते हैं कि होटलों और रेस्तराओं को प्राथमिकता वाले क्षेत्र में गिना जाना चाहिए और उन्हें तीन महीने में टीकाकरण कराने के लिए पर्याप्त खुराक दी जानी चाहिए। रिलायंस सिक्युरिटीज के स्ट्रैटजी प्रमुख विनोद मोदी कहते हैं कि सरकार द्वारा दी गई यह रियायत खुदरा, होटल और रेस्तरां क्षेत्र के लिए अच्छी है। इसके अलावा टीका लगवा चुके लोगों के लिए लोकल ट्रेन खोलना भी अच्छा कदम है। इससे निर्माण परियोजनाओं के लिए श्रम की उपलब्धता बढ़ेगी। जुबिलैंट फूडवक्र्स, बर्गर किंग इंडिया, स्पेशियलिटी रेस्टोरेंट्स, आदित्य बिड़ला फैशन आदि को इस राहत से मदद मिल सकती है।