उद्योग जगत ने 4 श्रम संहिताओं के तहत वेतन, औद्योगिक संबंध, सामाजिक सुरक्षा, सुरक्षा और काम करने की स्थिति में सरकार से स्पष्टीकरण की मांग की है। श्रम मंत्री संतोष गंगवार के साथ एक बैठक में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की बैठक में उद्योग के प्रतिनिधियों ने जानना चाहा कि क्या वेतन में ठेके संबंधी बोन, उत्पादकता से जुड़ा बोनस आदि शामिल होगा या नहीं। मसौदा नियमों में बोनस छोड़कर वेतन को परिभाषित किया गया है। सीआईआई ने कहा है, ‘वेतन की परिभाषा से सिर्फ बोनस भुगतान को बाहर करने से यह साफ नहीं है कि इसमें ठेके संबंधी बोनस, प्रदर्शन से जुड़ा बोनस, ज्वाइनिंग बोनस, संदर्भित कर्मचारी, गैर कमीशन आधारित प्रोत्साहन/पुरस्कार आदि को लेकर क्या स्थिति है।
नियम में मेडिकल भत्ता, किराया रहित आवास आदि के विभिन्न लाभों के बारे में भी कुछ नहीं कहा गया है, जिसे लेकर भी सीआईआई ने स्पष्टीकरण चाहा है।
