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भारत कमजोर देश नहीं : राजनाथ

Last Updated- December 15, 2022 | 4:44 AM IST

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत कोई कमजोर देश नहीं है और दुनिया की कोई भी ताकत उसकी एक इंच जमीन नहीं ले सकती। उन्होंने चीन के साथ सीमा पर चल रहे गतिरोध के मद्देनजर सुरक्षा हालात का जायजा लेने के लिए लद्दाख का दौरा करते हुए यह बात कही। लुकुंग में सेना और आईटीबीपी के जवानों को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में गतिरोध को हल करने के लिए बातचीत चल रही है ‘लेकिन मैं इसकी गारंटी नहीं दे सकता कि इससे किस हद तक समाधान निकलेगा।’
सिंह ने पैंंगोंग झील के तट पर स्थित लद्दाख में एक अग्रिम सैन्य चौकी पर कहा, ‘भारत कोई कमजोर देश नहीं है। दुनिया में कोई भी ताकत भारत की एक इंच जमीन को भी नहीं छू सकती।’
उन्होंने 15 जून को गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ झड़पों के दौरान भारत के 20 सैन्यकर्मियों की शहादत का परोक्ष जिक्र करते हुए कहा, ‘हम अपने जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे।’
सिंह एक दिवसीय दौरे पर लेह पहुंचे। रक्षा मंत्री के इस दौरे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और थलसेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे भी उनके साथ थे। पूर्वी लद्दाख में 5 मई से भारत और चीन के सैनिकों के बीच गतिरोध चल रहा है।
गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के 20 सैन्यकर्मियों के शहीद हो जाने के बाद यह तनाव बहुत अधिक बढ़ गया। हालांकि कई दौर की राजनयिक एवं सैन्य बातचीत के बाद 6 जुलाई से दोनों ओर के सैनिक पीछे हटने लगे।
राजनाथ ने सैन्य अभ्यास देखा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां ऊंचाई वाले एक अग्रिम अड्डे पर सैन्य अभ्यास देखा जिसमें युद्धक हेलीकॉप्टरों, टैंकों के साथ कमांडो भी शामिल हुए। सैन्य अभ्यास में थल सेना और वायु सेना ने क्षेत्र में तैयारियों का प्रदर्शन किया। क्षेत्र में भारत और चीन तीखे सीमा गतिरोध में उलझे हुए हैं। सैन्य अभ्यास में बड़ी संख्या में कमांडो, टैंक, बीएमपी युद्धक वाहनों, अपाचे, रुद्र और एमआई -17 वी5 जैसे हेलीकॉप्टरों ने भाग लिया।
जवानों ने रक्षा मंत्री सिंह की मौजूदगी में पैरा ड्रॉपिंग और अन्य करतबों का प्रदर्शन किया।  सिंह ने बाद में ट्वीट किया, ‘लेह के पास स्ताकना में आज पैरा ड्रॉपिंग और सैन्य प्रदर्शनों के दौरान भारतीय थलसेना की मारक क्षमता और प्रचंडता देखी।’ उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, मुझे उनके साथ बातचीत का अवसर मिला। मुझे इन बहादुर सैनिकों पर गर्व है।’ उन्होंने सैन्य कर्मियों के साथ अपनी बातचीत की तस्वीरें भी पोस्ट कीं। भाषा

First Published - July 17, 2020 | 11:33 PM IST

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