सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों और केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा तथा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के साथ पैनल में शामिल सभी अस्पतालों में टीकाकरण के सत्रों का दायरा बढ़ाएं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है।
कोविड टीकाकरण का दूसरा चरण 1 मार्च से शुरू किया जा रहा है जिसमें 60 साल से ऊपर और 45 साल से अधिक उम्र के वैसे लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जिन्हें कुछ और बीमारियां भी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कैशलेस इलाज देने वाले पीएमजेएवाई के अंतर्गत आने वाले 24,000 अस्पताल और 11,000 प्राइवेट अस्पताल इस प्रक्रिया में शामिल होंगे। इससे टीकाकरण के अगले चरण में प्राइवेट क्षेत्र के अस्पतालों की बढ़ती भूमिका का अंदाजा भी मिलता है।
अब तक स्वास्थ्य सेवा और प्रशासनिक तथा सेना से जुड़े कर्मियों को अब तक 1.3 करोड़ से अधिक खुराक दी गई है। केंद्र ने टीकाकरण की रफ्तार में सुधार पर जोर देने के लिए कोविड-19 टीकाकरण अभियान की प्रगति की समीक्षा के लिए बुधवार को सभी राज्यों के साथ बैठक की थी। चार राज्यों ने अब तक 75 फीसदी से ज्यादा पंजीकृत स्वास्थ्य सेवा कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को टीके की पहली खुराक दी है जिनमें राजस्थान, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश और गुजरात शामिल हैं। टीकाकरण के तीसरे चरण में 27 करोड़ लोगों को शामिल किए जाने की उम्मीद है जिनमें से 10 करोड़ 60 साल से अधिक उम्र के हैं।
