देश आर्थिक राजधानी मुंबई में अंजाम दिए आतंकी हमले ने जमीन पर तो खौफ दिखाया ही अब इसकी मार आसमान में भी दिख सकती है।
इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय और घरेलू विमानन कंपनियों के यात्रियों की संख्या में कमी आ सकती है। इस हमले के बाद लगभग 15 फीसदी टिकट रद्द किए जा चुके हैं। इससे विमानन कंपनियों के सामने काम काज सामान्य करने की चुनौती के साथ ही यात्रियों की कम संख्या से भी निपटना पड़ेगा।
कल से ही कई अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियां मुंबई से आने जाने वाली अपनी लगभग सभी उड़ाने रद्द कर दी थी। कुछ कंपनियों ने यात्रियों की कम तादाद को देखते हुए ऐसा किया, तो बम धमाकों के कारण कुछ कंपनियों का कू्र ही समय पर नहीं पहुंच पाया।
हालांकि अधिकतर कंपनियों ने यही कहा कि शुक्रवार से सभी उड़ानें सामान्य हो जाएंगी। एयरफ्रांस और नॉर्थवेस्ट एयरलाइंस का क्रू ट्राइडेंट ओबेरॉय में ही फंसा होने के कारण हवाई अड्डे पर नहीं पहुंच पाया। इसीलिए हवाई अड्डों के सूत्रों के मुताबिक इन दोनों कंपनियों ने अपनी कई उड़ानें रद्द कर दी थी।
लुफ्थांसा ने भी मुंबई से अपनी एक उड़ान रद्द कर दी थी। हालांकि लुफ्थांसा ने हालात सामान्य होने के बारे में कुछ नहीं कहा। सिंगापुर एयरलाइंस के प्रवक्ता ने कहा कि काफी टिकट रद्द हुए हैं, लेकिन इसके बाद भी कंपनी की मुंबई से आने और जाने वाली उड़ाने पहले की ही तरह रहेंगी।
घरेलू विमानन कंपनियों की बात करे तो किंगफिशर ने ही लगभग आठ उड़ाने बंद कर दी है। इसके साथ ही एयर इंडिया ने भी उड़ानें रद्द की हैं। हालांकि जेट एयरवेज, जेटलाइट, इंडिगो और स्पाइसजेट ने कोई भी उड़ान रद्द नहीं की है।
जेट एयरवेज ने अपने सभी यात्रियों को हवाई अड्डे पर आते समय अपनी पहचान के लिए एक फोटो आईडी रखने की सलाह दी थी। आर्थिक मंदी के कारण पहले ही विमानों से यात्रा करने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है।