टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) की हालिया इमर्जिंग इकनॉमीज रैंकिंग, 2022 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएस) भारतीय विश्वविद्यालयों में एक बार फिर सबसे आगे रहा है। यह इस सूची में 18वें स्थान पर रहा। हालांकि पिछले वर्ष यह 14वें स्थान पर रहा था। आईआईएस के बाद मैसूरु स्थित जेएसएस अकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन ऐंड रिसर्च भी पहली बार इस सूची में शामिल हुआ और 73वें स्थान पर रहा।
टीएचई की इमर्जिंग इकनॉमिज रैंकिंग, 2022 में उन देशों या क्षेत्रों के संस्थान शामिल है जो लंदन स्टॉक एक्सचेंज के एफटीएससीई ग्रुपद्वारा ‘एडवांस इमर्जिंग’, ‘सेकंडरी इमर्जिंग’ या ‘फ्रंटियर’ के रूप में परिभाषित किए गए हैं। इस रैंकिंग या सूची में सेकंडरी इमर्जिंग देशों के विश्वविद्यालयों के लगातार मजबूत होने की झलक मिलती है। ये विश्वविद्यालय मोटे तौर पर पाकिस्तान, चीन, भारत और रूस से ताल्लुक रखते हैं।
इस रैंकिंग में 50 देशों एवं क्षेत्रों के 698 विश्वविद्यालय शामिल हैं। 698 विश्वविद्यालयों में 104 ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार इस सूची में जगह बनाई है। यह रैंकिंग टीएचई वल्र्ड यूनिविर्सिटी रैंकिंग्स की तर्ज पर जारी की जाती है। टीएचई वल्र्ड यूनिविर्सिटी रैंकिंग्स, 2022 का ताजा संस्करण सितंबर में जारी हुआ था। इस वर्ष टीएचई इमर्जिंग इकनॉमिज रैंकिंग, 2022 में भारत के 89 विश्वविद्यालय शामिल किए गए हैं। रूस के 100 और चीन के 97 विश्वविद्यालय भी इस सूची का हिस्सा हैं। विश्वविद्यालयों को रैंकिंग देने में विभिन्न मानदंडों पर विचार किया गया। जेएसएस अकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन ऐंड रिसर्च को शोध उद्धरण (रिसर्च साइटेशन) में 100 अंक मिले। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), रोपड़ को 99.7 अंक मिले। सविता यूनिवर्सिटी ने सबसे ऊंची छलांग लगाई और यह 166वें पायदान पर रही। दुनिया के शीर्ष 100 संस्थानों में भारत से दो आईआईटी इंदौर 84वें और आईआईटी रोपड़ 86वें स्थान पर रहा।
