अगर आप उदयपुर, जिम कॉर्बेट या गोवा के किसी आलीशान रिसॉर्ट में क्रिसमस मनाने की सोच रहे हैं तो शायद आपने देर कर दी है। उनमें से ज्यादातर रिसॉर्ट बुक हो चुके हैं। अपनी छुट्टियों को नए साल के नजदीक खिसकाने की कोशिश करें। उसमें आपकी किस्मत कुछ साथ दे सकती है। हो सकता है कि नए साल के आसपास आपको अपनी मनपसंद जगह मिल जाए मगर इसके लिए आपको 30 से 40 फीसदी ज्यादा रकम चुकानी पड़ सकती है।
खुद देख लीजिए। अलग-अलग सुविधाओं के हिसाब से उदयपुर के रैफल्स में दो वयस्कों का 30 दिसंबर से 1 जनवरी तक यानी दो रात ठहरने का खर्च 2,24,200 रुपये से 2,95,000 रुपये आ सकता है। इसमें नाश्ता और सभी प्रकार के कर शामिल होंगे। इन्हीं तारीखों पर उत्तराखंड के रामनगर में ताज कॉर्बेट रिसॉर्ट ऐंड स्पा में दो रात बिताने के लिए 1,00,300 रुपये (कर और भोजन शामिल) खर्च करने पड़ सकते हैं। लेकिन अगर इसी जगह आप 15 से 17 दिसंबर के बीच दो रात रुकें तो आपको कर और नाश्ते समेत केवल 37,945 रुपये चुकाने होंगे। इसका मतलब है कि नव वर्ष के आसपास की तारीखों पर किराये बहुत अधिक बढ़ गए हैं क्योंकि मांग बहुत अधिक हो गई है।
ऐसी सूरत में आतिथ्य क्षेत्र की कंपनियों को बल्लियों उछलना चाहिए। मगर ऐसा नहीं है क्योंकि ओमीक्रोन का खतरा लगातार मंडरा रहा है। होटलों को चिंता है कि स्थानीय प्रशासन महामारी के डर से प्रतिबंध और निषेध भरे परामर्श जारी न कर दे। सैलानियों को भी डर है कि ओमीक्रोन की वजह से आखिरी लम्हों में उनकी यात्रा खटाई में न पड़ जाए।
होटल ऐसोसिएशन ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष के बी काचरू ने कहा, ‘होटल उद्योग से जुड़े हम सभी लोगों को उम्मीद है मगर हम सतर्कता भी बरत रहे हैं। हम कोविड संबंधी नियमों का 100 फीसदी पालन कर रहे हैं। घूमने फिरने की जिन जगहों पर कार से पहुंचा जा सकता है और जो देश में ही हैं, वहां कारोबार अच्छा है।’ उन्होंने कहा कि माहौल अनिश्चित है, इसलिए क्रिसमस और नव वर्ष की बुकिंग के रुझान पर कोई टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।
दूसरों की राय भी ऐसी ही रही। विंडहैम होटल्स ऐंड रिसॉट्र्स के क्षेत्रीय निदेशक (यूरेशिया) निखिल शर्मा ने कहा, ‘फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि कोविड के इस नए स्वरूप का उद्योग पर क्या असर होगा। लेकिन अभी बुकिंग रद्द होने के मामले ज्यादा नहीं दिख रहे।’
नोएसिस कैपिटल एडवाइजर्स के सीईओ नंदीवद्र्घन जैन ने कहा कि इस समय घूमने-फिरने की ज्यादातर जगहों पर बुकिंग बहुत अधिक हो रही हैं। उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैं कह नहीं सकता कि बाहरी कारक प्रतिकूल होने पर भी बुकिंग बनी रहेंगी या नहीं।’
घूमने-फिरने के शौकीन भारतीय महामारी की वजह से घुटन महसूस कर रहे हैं, इसलिए वे प्रकृति का आनंद लेने के लिए बाहर निकल रहे हैं। नतीजा यह हुआ है कि आतिथ्य और यात्रा कारोबारियों के पास उनकी उम्मीद से अधिक मांग आ रही है। ऑनलाइन ट्रैवल एग्रीगेटर (ओटीए) ईजमाईट्रिप के सह-संस्थापक और कार्यकारी निदेशक प्रशांत पिट्टी ने कहा कि इस साल अगस्त में चालू महीने यानी दिसंबर के लिए अग्रिम बुकिंग पिछले साल के मुकाबले चार गुना थीं।
(साथ में मुंबई से अनीश फडणीस)
