जमीन मालिकों के साथ संयुक्त रूप से संपत्ति विकसित करने को लेकर चर्चित गोदरेज प्रॉपर्टीज एकमुश्त आधार पर ज्यादा जमीन खरीदने में जुटी है। कंपनी के इस रुख की वजह यह है कि देश के शीर्ष शहरों में जमीन की कीमत में कमी आई है। कंपनी ने अब तक संयुक्त रूप से संपत्ति को विकसित करने को प्राथमिकता दी है क्योंकि इसमें कम पूंजी लगती है और जोखिम भी कम हो जाता है।
नकदी के मामले में अमीर गोदरेज प्रॉपर्टीज ने हाल के महीनों में एक-एक कर तीन जगहों पर जमीन खरीदी है। कंपनी ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब ज्यादातर डेवलपर हाथ पैर समेटकर बैठे हैं या फिर नकदी के सृजन के लिए अपनी इन्वेंट्री को बेचने के लिए हर मुमकिन उपाय कर रहे हैं।
गोदरेज प्रॉपर्टीज ने मुंबई, बेंगलूरु और फरीदाबाद में जमीन खरीदी है। समूह की एक और कंपनी गोदरेज फंड मैनेजमेंट ने भी हाल के महीनों में कुछ जगहों पर जमीन खरीदी है।
हाल में इसने बेंगलूरु के सरजापुर इलाके में कंपनी ने 15 एकड़ जमीन खरीदी है। पिछले महीने कंपनी ने मुंबई के करीब कल्याण में 20 एकड़ जमीन खरीदी थी।
इस साल मार्च में बीपीटीपी से 43.61 एकड़ जमीन खरीदकर फरीदाबाद के बाजार में कदम रखा है। इन एकमुश्त अधिग्रहणों से कंपनी के डेवलपमेंट पोर्टफोलियो में 41 लाख वर्गफुट जमीन जुड़ गई है।
कंपनी के चेयरमैन पिरोजशा गोदरेज और प्रबंध निदेशक मोहित मल्होत्रा ने कहा जमीन के भाव अब उचित स्तर पर है।
मल्होत्रा ने कहा, ‘बहुत से लोग अब सौदा करने के लिए तैयार बैठे हैं और कीमतें अब अधिक उचित स्तर पर आ गई हैं।’ हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि कीमतों में कितनी कमी आई है। उद्योग के विशेषज्ञों के मुताबिक अधिकांश शहरों में जमीन की कीमतों में 20-25 फीसदी की कमी आई है।
मल्होत्रा ने हाल में बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में कहा था कि हालांकि, कंपनी संयुक्त रूप से जमीन को विकसित करने के मॉडल को छोड़कर एकमुश्त खरीदारी की ओर बढऩे की जल्दबाजी में नहीं है। इस मॉडल में गोदरेज डेवलपमेंट, बिक्री और विपणन की जिम्मेदारी अपने पास रखती है और मंजूरियों तथा अन्य काम जमीन के मालिक के ऊपर होता है।
उन्होंने कहा कि कंपनी कारोबार को विकसित करने के लिए सभी तरह के मॉडलों पर विचार कर रही है। मुंबई, एनसीआर, बेंगलूरु और पुणे कंपनी के प्रमुख बाजार हैं और वह इन बाजारों में कई सौदों का मूल्यांकन कर रही है।
गोदरेज प्रॉपर्टीज के चेयरमैन पिरोजशा गोदरेज ने अगस्त में कहा था, ‘बहुत से डेवलपर कोविड-19 महामारी से पहले ही चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना कर रहे थे। मौजूदा परिस्थिति में अवसर बढ़ रहे हैं और हम उसका इस्तेमाल करने के लिए पूरी तरह से तैयार बैठे हैं।’
इन प्रत्यक्ष अधिग्रहणों के अलावा, कंपनी ने मुंबई के माटुंगा और वर्ली इलाकों में फाइव गार्डन में भी दो नई परियोजनाएं जोड़ी है। ये दोनों संपत्ति संयुक्त डेवलपमेंट के तहत हैं।
हालांकि, जमीन खरीदने की पहल केवल गोदरेज ही नहीं कर रही है। मुंबई स्थित सनटेक रियल्टी ने भी मुंबई के बाहरी छोर पर कुछ जमीन खरीदी है।
