भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी के नेतृत्व में चार भारतीय संस्थानों ने क्यूएस नेक्स्ट 100 अंडर 50 की रैंकिंग के 2021 संस्करण में जगह बनाई है। 50 साल से कम आयु वाले संस्थानों की इस सूची में दूसरे सबसे बेहतर ‘युवा भारतीय संस्थान’ के रूप में आईआईटी हैदराबाद पहली बार शामिल हुआ और इसी के साथ इस नवीनतम संस्करण में भारत के संस्थानों का प्रतिनिधित्व बढ़कर चार हो गया, जबकि पिछले साल इस सूची में तीन संस्थान ही शामिल थे।
50 साल से कम आयु वाले अन्य दो भारतीय संस्थानों में हैदराबाद विश्वविद्यालय को तीसरे सर्वश्रेष्ठ तथा ओपी जिंदल ग्लोबल विश्वविद्यालय को चौथे सर्वश्रेष्ठ संस्थान के रूप में शामिल किया गया है। कुल मिलाकर चार भारतीय विश्वविद्यालय नेक्स्ट 100 अंडर 50 की इस सूची में शामिल हुए हैं। यानी पिछले साल के मुकाबले एक ज्यादा। हालांकि किसी भी भारतीय विश्वविद्यालय ने टॉप 50 अंडर 50 रैंकिंग में जगह नहीं बनाई है।
कुल मिलाकर एशिया के उच्च शिक्षा संस्थानों ने वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषकों के क्यूएस (क्वैकरेली सिमोंड्स) की टॉप 50 अंडर 50 रैंकिंग के 2021 संस्करण में शीर्ष पांच स्थानों में से चार में जगह बनाई है। वैश्विक स्तर पर सिंगापुर की नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (एनटीयू) ने पचास साल से कम आयु वाले दुनिया के अग्रणी युवा संस्थान के रूप में अपनी जगह बरकरार रखी है। हॉन्ग कॉन्ग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी, दक्षिण कोरिया की केएआईएसटी और सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्ग कॉन्ग का स्थान एनटीयू के काफी निकट है। ये चारों शीर्ष संस्थान संपूर्ण क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में वैश्विक शीर्ष 50 की सूची में भी पहुंच गए हैं।
शीर्ष-10 से परे एशिया-प्रशांत क्षेत्र के अन्य उच्च शिक्षा क्षेत्रों की ताकत भी इस रैंकिंग से पता चलती है। 50 में से नौ विश्वविद्यालयों के साथ शामिल ऑस्ट्रेलिया किसी भी अन्य देश के मुकाबले सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व करने वाला देश है।
यूरोप का शीर्ष युवा विश्वविद्यालय है यूनिवर्सिते पीएसएल (पेरिस साइंसेज ऐंड लेट्रेस) जिसने 2019 में विधिवत कॉलेजिएट विश्वविद्यालय का दर्जा हासिल करने के बाद कुछ ही समय में स्वयं को विश्व के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में स्थापित किया है। इसी देश की सोरबोन यूनिवर्सिटी आठवें स्थान पर है जिसका स्थान द हॉन्ग कॉन्ग पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी (6वें) और दक्षिण कोरिया की पोहांग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी (7वें) के बाद आता है। शीर्ष 10 की इस सूची में फिनलैंड की आल्टो यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी पुत्रा मलेशिया भी शामिल हैं। शीर्ष 10 की इस सूची में मलेशिया की यह यूनिवर्सिटी पहली बार शामिल हो रही है जो मलेशिया के उच्च शिक्षा क्षेत्र के हालिया विकास को दर्शाती है।
इन शीर्ष 10 विश्वविद्यालयों की औसत आयु 25.4 वर्ष है। यूनिवर्सिते पीएसएल, सोरबोन यूनिवर्सिटी और आल्टो यूनिवर्सिटी पिछले एक दशक के दौरान या तो नई बनी हैं या फिर इनका गठन विलय द्वारा किया गया है।
क्यूएस में शोध निदेशक बेन सॉटेर के अनुसार क्यूएस के दुनिया के शीर्ष 150 युवा विश्वविद्यालयों की सूची प्रकाशित करने के फैसले को दो मान्यताओं से समर्थन मिलता है। पहला यह है कि प्रतिष्ठा, संसाधन और विश्व-स्तरीय परिणामों को सामान्यत: समय लगता है तथा उच्च शिक्षा क्षेत्र में जिस अवधि में कुछ संस्थान ऐसा करने में सक्षम रहे हैं, वह सदियों में से एक है। इसलिए हम उन विश्वविद्यालयों द्वारा निर्मित असाधारण उपलब्धियों को उजागर करने के लिए उत्सुक हैं जिन्होंने अपने प्रतिस्पर्धियों की तरह इस ऐतिहासिक श्रेष्ठता का फायदा नहीं उठाया है।
दूसरा कारण यह रहा है कि उच्च शिक्षा परिवर्तनशील स्थिति में होने की वजह से इस विशेष रैंकिंग में रुझानों की पहचान करने से उन उच्च शिक्षा क्षेत्रों की पहचान करना संभव हो जाता है जिनकी प्रतिष्ठा बढ़ रही है या कम हो रही है।
