भारत में कोविड-19 टीके की मांग में नरमी के साथ ही इस टीके का निर्यात बढ़ाने की तैयारी चल रही है। कोविड-19 टीके के निर्यात में पुणे की कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) सबसे आगे है। कोविड-19 टीकों के न्यायसंगत वितरण के लिए डब्ल्यूएचओ के नेतृत्व में वैश्विक पहल कोवैक्स के लिए आपूर्ति इस महीने शुरू हो गई और उद्योग का मानना है कि आगे उसमें और तेजी आएगी।
इस मामले से अवगत एक सूत्र ने कहा, ‘हालांकि इस समय निर्यात की मात्रा अधिक नहीं है लेकिन दिसंबर से जनवरी तक एसआईआई कोवैक्स को करीब 3 करोड़ खुराक का निर्यात कर सकती है।’ जनवरी के बाद जैसे ही भारत की घरेलू जरूरतें पूरी हो जाएंगी तो यह आंकड़ा कहीं अधिक होगा।
इस बीच, सूत्रों ने भी संकेत दिए हैं कि नोवावैक्स टीके का निर्यात भी इसी सप्ताह शुरू होने जा रहा है। हालांकि इसे अमेरिकी औषधि नियामक यूएसएफडीए अथवा भारतीय औषधि नियामक डीसीजीआई से मंजूरी मिलना अभी बाकी है। सूत्रों ने बताया कि इस टीके की पहली 50 लाख खुराक का निर्यात इंडोनेशिया को किया जाएगा।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भारत में नोवावैक्स टीके के लिए विनिर्माण साझेदार है। एसआईआई ने इस टीके का उत्पादन नोवोवैक्स नाम से कर रही है। फिलहाल भारत में बच्चों (दो साल से अधिक उम्र) पर इसका परीक्षण चल रहा है। एसआईआई ने संकेत दिए हैं कि अगले कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही में इसके डेटा भारतीय औषधि नियामक के समक्ष प्रस्तुत किए जाने की उम्मीद है।
दूसरी ओर, इंडोनेशिया ने नोवावैक्स टीके को उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है। सूत्रों ने बताया कि एसआईआई और नोवावैक्स ने संयुक्त रूप से इंडोनेशिया में इस टीके के लिए आवेदन किया था और कोवोवैक्स को उपयोग के लिए मंजूरी भी मिल गई है। भारत में 15 दिनों के दैनिक टीकाकरण का औसत करीब 50 लाख खुराक है। इस प्रकार भारत को हर महीने करीब 15 करोड़ खुराक की जरूरत होगी। अकेले एसआईआई करीब 22 करोड़ कोविशील्ड खुराक का उत्पादन करती है। इसके अलावा भारत बायोटेक के कोवैक्सीन का उत्पादन (अक्टूबर में 5.5 करोड़ खुराक का उत्पादन और दिसंबर तक 8 करोड़ खुराक के उत्पादन का लक्ष्य) होता है।
बायोलॉजिकल ई ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया।
जेऐंडजे इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि उसके टीके की डिलिवरी के बारे में कुछ भी अनुमान लगाना फिलहाल जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, ‘हमारी टीम हमारी कोविड-19 टीके की आपूर्ति के लिए विनिर्माण क्षमता तैयार करने के लिए दिनरात काम कर रही है। हमारा मानना है कि बायोलॉजिकल ई कोविड-19 टीके के लिए हमारे वैश्विक आपूर्ति नेटवर्क का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा होगी जो हमारे टीके को व्यापक तालमेल एवं सरकार, अस्पताल एवं गैवी व कोवैक्स फैसिलिटी आदि संगठनों के साथ हुई साझेदारी के जरिये वितरित करने में मदद करेगी।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे टीके की डिलिवरी के समय में बारे में कुछ भी अनुमान लगाना फिलहाल जल्दबाजी होगी।’
भारत ने अप्रैल तक 6.63 करोड़ कोविड-19 टीके की खुराक का निर्यात किया है। इसमें से 1.07 करोड़ खुराक का निर्यात भारत सरकार की ओर से अनुदान के तौर पर किया गया जबकि टीका विनिर्माताओं द्वारा 3.57 करोड़ खुराक का वाणिज्यिक निर्यात किया गया। कोवैकस को 1.98 करोड़ खुराक की आपूर्ति की गई।
