देश में कोविड-19 के संक्रमण के मामले फिर बढ़ रहे हैं और अब इस प्रचंड महामारी की तीसरी लहर की आशंका पैदा हो गई है। हालात को भांपते हुए ई-कॉमर्स कंपनियों ने अपनी तैयारी चाक-चौबंद करनी शुरू कर दी है। एमेजॉन, मीशो, उड़ान, डंजो, जेप्टो और डील शेयर जैसी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां ग्राहकों तक पहुंचने के लिए अपना परिचालन तंत्र दुरुस्त कर रही हैं। इस महामारी के बीच लोग आवश्यक सामान खरीदने के लिए ई-कॉमर्स कंपनियों का अधिक से अधिक सहारा ले रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार इस साल और अधिक ग्राहक ऑनलाइन खरीदारी का विकल्प चुन सकते हैं। इसके अलावा तकनीक एवं डिजिटल माध्यम का प्रचलन बढऩे के बीच ये कंपनियां मौजूदा कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाते हुए अधिक से अधिक डिलिवरी पार्टनर नियुक्त कर रही हैं। देश में कोविड-19 के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। शुक्रवार को भारत में कोविड-19 के 1,17,000 से अधिक मामले सामने आए। इससे पहले गुरुवार को देश में इस महामारी के 90,928 नए मरीजों का पता चला था।
इस बारे में एमेजॉन के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘कोविड-19 महामारी के बीच हमने एक चीज यह सीखी है कि किस तरह ई-कॉमर्स कंपनियां शारीरिक दूरी का पूरा ध्यान रखते हुए सुरक्षित तरीके से लोगों को जरूरी सामान पहुंचा सकती हैं। ग्राहक भी इस समय पूरी सावधानी बरत रहे हैं और स्वयं बाहर जाकर सामान खरीद कर लाने से परहेज कर रहे हैं। वे सामान की सुरक्षित आपूर्ति के लिए एमेजॉन डॉट इन पर आ रहे हैं।’ प्रवक्ता ने कहा कि इस कठिन दौर में हमारे साथ लाखों विक्रेता, छोटे एवं मझोले कारोबारी जुड़ चुके हैं। प्रवक्ता ने कहा, ‘हम ग्राहकों की जरूरतें पूरी करने के लिए लगातार पूरी शिद्दत से काम कर रहे हैं। हमारे प्रतिनिधि सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार सुरक्षा के सभी उपायों का कड़ाई से पालन कर रहे हैं।’
सॉफ्टबैंक समर्थित ई-कॉमर्स कंपनी मीशो की वेबसाइट पर पिछले एक सप्ताह से स्वास्थ्य एवं सौंदर्य उत्पाद खरीदने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। पिछले एक सप्ताह के दौरान सैनिटाइजर की मांग दोगुना बढ़ गई है और मास्क की मांग में भी 34 प्रतिशत का इजाफा हो चुका है। मीशो में उपाध्यक्ष एवं महाप्रबंधक (कारोबार) उत्कृष्टï कुमार ने कहा, ‘कोविड-19 महामारी की वजह से लगाई जा रही पाबंदियों को देखते हुए विभिन्न उत्पादों एवं उनकी संभावित जरूरतों को ध्यान में रखते हुए हम पूरी तैयारी कर रहे हैं। स्थानीय स्तरों पर कोविड-19 से जुड़े दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए और ग्राहकों तक निर्बाध रूप से सामान पहुंचाने के लिए हमारे पास पर्याप्त तकनीकी ढांचा उपलब्ध है।’
पिछले एक सप्ताह में भारत की सबसे बड़ी बिजनेस-टू-बिजनेस ई-कॉमर्स कंपनी उड़ान ने अपनी कारोबारी रणनीति को और पैना कर दिया है। कंपनी ने भविष्य में बढ़ती मांग से निपटने के लिए आपूर्ति व्यवस्था और परिवहन ढांचा दुरुस्त किया है। इसके लिए उड़ान ने दैनिक आधार पर भंडारण नियोजन प्रक्रिया का पुनर्गठन किया है ताकि आपूर्ति निरंतर बनी रहे। उड़ान में प्रमुख (खाद्य एवं एफएमसीजी कारोबार) विवेक गुप्ता ने कहा, ‘डायपर, लौंड्री और व्यक्तिगत देखभाल की वस्तुओं की मांग काफी बढ़ गई है। मजबूत तंत्र, आपूर्ति व्यवस्था से जुड़ी क्षमता की वजह से हम अपने सभी खुदरा कारोबारियों को एक दिन में सामान की आपूर्ति कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि आपूर्ति निरंतर बनाए रखने और तेजी से बढ़ती मांग पूरी करने के लिए हमने अतिरिक्त लोग नियुक्त किए हैं और अतिरिक्त वाहनों की भी सेवाएं ले रहे हैं। गुप्ता ने कहा, ‘हमने अपनी खरीद व्यवस्था भी मजबूत की है और नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए चावल, आटा और दलहन भी खुदरा कारोबारियों तक पहुंचा रहे हैं।’
करीब छह महीने पहले अस्तित्व में आई जेप्टो ने भी बिक्री में पिछले एक सप्ताह के दौरान तेजी दर्ज की है। एक सप्ताह के दौरान इसका कारोबार 36 प्रतिशत बढ़ गया है। उपभोक्ता पिछले कुछ दिनों से रसोई की आवश्यक वस्तुएं एवं डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ अधिक से अधिक मात्रा में अपने पास जुटा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में आटा, चावल, तेल, ड्राई फू्रट की मांग 49 प्रतिशत तक बढ़ गई है। दलहन और अनाज की मांग तो 76 प्रतिशत तक बढ़ गई है और चावल उत्पादों की मांग भी 54 प्रतिशत तक उछल चुकी है। आटा और तिलहन की मांग भी 35 प्रतिशत से अधिक हो चुकी है।
जेप्टो के मुख्य कार्याधिकारी एवं सह-संस्थापक आदित पलीचा कहते हैं, ‘डिब्बाबंद या पैक में बंद सामान जैसे बिस्कुट, नूडल्स, सुबह जलपान के रूप में इस्तेमाल होने वाले अनाज और चटनी आदि की मांग भी काफी बढ़ी है। बिस्कुट की मांग करीब 59 प्रतिशत बढ़ चुकी है जबकि नूडल्स की मांग में 70 प्रतिशत का तेज इजाफा हुआ है।’ जेप्टो का कहना है कि इस समय कई उपभोक्ता अधिक से अधिक समय अपने घरों में बिताना चाहते हैं। कंपनी के अनुसार वर्तमान समय में फ्रोजन स्नैक्स की बिक्री में भी काफी इजाफा हुआ है। सब्जी, फल, दूध, अंडा और ब्रेड इनकी बिक्री में तेजी भी 25 प्रतिशत से अधिक रही है। चाय, कॉफी और जूस की बिक्री जेप्टो पर 55 प्रतिशत से अधिक बढ़ चुकी है। जेप्टो के अनुसार किराना गैर-खाद्य खंड में भी मांग बेतहाशा बड़ी है। कंपनी के अनुसार हैंडवॉश एवं सैनिटाइजर की मांग करीब 75 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है। टिश्यू पेपर और रॉल्स और केवल एक बार इस्तेमाल आने वाली चीजों की मांग में भी 70 प्रतिशत से अधिक इजाफा हुआ है।
कोविड-19 संक्रमण के मामले फिर बढऩे के बाद गूगल और रिलायंस समर्थित ई-कॉमर्स कंपनी डंजो भी विभिन्न वस्तुओं की बिक्री में तेजी दर्ज कर रही है। डंजो के मुख्य कार्याधिकारी एवं सह-संस्थापक कबीर विश्वास ने कहा, ‘पिछले एक सप्ताह के दौरान स्वास्थ्य उपकरण और स्वच्छता उत्पादों जैसे मास्क, सैनिटाइजर, थर्मोमीटर, ऑक्सीमीटर और साफ-सफाई के काम आने वाले उत्पादों की मांग काफी तेजी से बढ़ी है। हमें लगता है कि आने वाले समय में इन वस्तुओं की मांग में और इजाफा होगा।’
एक और ई-कॉमर्स कंपनी डीलशेयर ने कहा कि कंपनी ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक जगहों पर डीलशेयर दोस्त (डीएसडी) के रूप में नए उद्यमी तैयार कर रही है। ये उद्यमी अपना कारोबार बढ़ाने के लिए स्वयं ही ग्राहकों तक सामान पहुंचाने वाले लोगों की नियुक्तियां कर रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में आटा, खाद्य तेल, चीनी, दलहन, नूडल्स आदि की बिक्री काफी बढ़ी है। डीलशेयर के संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी शंकर बोरा कहते हैं, ‘हमारा अनुमान है कि आने वाले समय में ड्राई फ्रूट, बिस्कुट, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, स्वास्थ्य पेय और घर में प्रयुक्त होने वाली वस्तुओं आदि की मांग बढ़ सकती है।’ डीलशेयर ने पिछले वर्ष 14.4 करोड़ डॉलर रकम जुटाई थी।
