पंजाब में सितंबर महीने में शुरू हुए किसान आंदोलन से भारतीय रेलवे को वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है वहीं आने वाले समय में भारतीय खाद्य निगम के लिए स्थान की कमी की समस्या खड़ी हो सकती है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुतािबक उत्तर रेलवे को 1 अक्टूबर से लेकर 3 नवंबर के बीच यात्री ट्रेन के मोर्चे पर 495 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और यात्री ट्रेनों के रुकने से माल ढुलाई परिचालन पर करीब 45 करोड़ रुपये का वित्तीय असर पड़ा है।
आवक डेटा की रोजाना क्षति औसतन करीब 30 रैक का है वहीं, जाने में होने वाली क्षति रोजाना करीब 40 रैक का है।
यात्री ट्रेनों और मालगाड़ी को हो रहे नुकसान को मिलाकर देखें तो उत्तर रेलवे को प्रतिदिन होने वाला घाटा 16 करोड़ रुपये से अधिक का है।
अब तक, कुल 1,373 ट्रेनें रद्द हुई हैं और 230 रैक पंजाब से बाहर खड़े हैं।
इन 230 रैकों में से करीब 78 कोयला, 34 उवर्रक और शेष इस्पात, पीओएल, कंटेनर और अन्य वस्तुओं के लिए हैं।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) जो इस समय पर भारी मात्रा में पंजाब से चावल की ताजा खरीद को देश के विभिन्न हिस्सों में भेजता है, को मार्ग अवरुद्घ होने के कारण अपने अनाज लदान परिचालनो में भारी कटौती करनी पड़ी है।
इससे एफसीआई के लिए भंडारण की समस्या खड़ी हो सकती है क्योंकि इस वर्ष चावल खरीद पहले ही 20 फीसदी बढ़ चुकी है जबकि पिछले सीजन में खरीदे गए गेहूं को अब तक पूरी तरह से राज्य से बाहर नहीं भेजा जा सका है।
पंजाब के हिस्सों में 24 सितंबर को किसानों ने रेटवे पटरियों और स्टेशनों को जाम करना शुरू कर दिया था। किसान हाल ही में संसद में पारित तीन कृषि संबंधी विधेयकों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
शुरू में किसान समूहों और संघों की ओर से तीन दिन के लिए रेल रोको आंदोलन किया गया था लेकिन बाद में उन्होंने इसे बंद नहीं किया और वह आज तक जारी है।
पंजाब में 24 सितंबर से ही पार्सल ट्रेनों सहित कोचिंग ट्रेनों की आवाजाही स्थगित है, लेकिन माल गाडिय़ों की आवाजाही सितंबर तक कई इलाकों में जारी रही, जहां व्यवधान नहीं था।
बहरहाल 1 अक्टूबर और उसकेबाद से सभी गतिविधियां रोक दी गई हैं क्योंकि विरोध प्रदर्शन पूरे पंजाब में फैल गया है और इससे फिरोजपुर डिवीजन में पूरी तरह से ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है और अंबाला के पंजाब इलाके, दिल्ली और बीकानेर डिवीजन में आंशिक रूप से यातायात पर असर पड़ा है।
सूचना मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि इसका समाधान पंजाब सरकार से जुड़ा हुआ है कि वह अपने किसानों को समझाए, क्योंकि अवरोध की वजह से सीमाओं पर सुरक्षा में तैनात जवानों को जाड़े से बचाने के लिए कपड़े व अन्य चीजें पहुंचाने में दिक्कत हो रही है।
एफसीआई पंजाब से खरीद के महीनों के दौरान बड़ी मात्रा में चावल एवं गेहूं की ढुलाई करती है। अवरोध की वजह से उसने परिचालन में कटौती कर दी है, जिसकी वजह से आने वाले महीनों में भंडारण के गंभीर संकट से जूझना पड़ सकता है। हालांकि यातायात रोके जाने से राशन की दुकानों पर अनाज पहुंचाने में व्यवधान नहीं होगा क्योंकि कॉर्पोरेशन ने अन्य राज्यों जैसे हरियाणा, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश से ढुलाई बढ़ा दी है, जिससे कि आपूर्ति का प्रबंधन हो सके।
चीनी पटाखों के इस्तेमाल पर मप्र में दंड
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्त्व वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार ने विदेशी पटाखों पर रोक लगा दी है। इसके बावजूद यदि कोई कारोबारी ऐसा करता पाया गया तो उसका लाइसेंस रद्द किया जा सकता है। सरकार के इस कदम के निशाने पर चीन से आने वाले पटाखे हैं। इस विषय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि दीपावली के त्योहार के समय प्रदेश में चीन में निर्मित पटाखों की बिक्री और उनका इस्तेमाल प्रतिबंधित रहेगा। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद यदि कोई ऐसा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ विस्फोटक अधिनियम की संबंधित धारा लगाकर कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश सरकार ने दुकानों की जांच के लिए एक टीम तैयार की है जो पटाखों की जांच का काम करेगी। बीएस