बीएस बातचीत
गोदरेज प्रॉपर्टीज ने वित्त वर्ष 2021 की जून तिमाही में 14.69 करोड़ रुपये का कर पूर्व घाटा दर्ज दर्ज किया जबकि वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही में उसने 140 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ दर्ज किया था। हालांकि वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही के दौरान कंपनी के नकदी प्रवाह और ग्राहकों से नकदी संग्रह में कमी आई लेकिन कंपनी के चेयरमैन पिरोजशा गोदरेज ने राघवेंद्र कामत से बातचीत में कहा कि निर्माण क्षेत्र में सुधार होने के कारण कारोबारी स्थितियां सुधर रही हैं। पेश हैं मुख्य अंश:
आपका ग्राहकों से नकदी संग्रह कोविड पूर्व स्तर के मुकाबले घटकर करीब 40 फीसदी रह गया है। चालू तिमाही के दौरान इसकी क्या स्थिति है?
अब स्थिति काफी बेहतर है। नकदी संग्रह का संबंध निर्माण चरणों तक पहुंचने से होता है और पहली तिमाही में शायद ही कोई निर्माण कार्य हुआ क्योंकि पूरा अप्रैल और अधिकांश मई लॉकडाउन में गुजर गया। हमारे श्रमिकों की संख्या अब कोविड पूर्व स्तर के मुकाबले 60 फीसदी तक पहुंच चुकी है। इसलिए हमारा मानना है कि आने वाली तिमाहियों में निर्माण और संग्रह दोनों सुधार होगा।
आपका शुद्ध ऋण भी बढ़कर 590 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। इस बारे में आप क्या कहेंगे? क्या आपको लगता है कि आने वाली तिमाहियों के दौरान इसमें और तेजी आएगी?
ऋण में भी उन्हीं कारणों से वृद्धि हुई है जिनका जिक्र मैंने पहले किया है। हमने नई परियोजनाएं शुरू की हैं और चौथी तिमाही के लिए कारोबार विकास एवं निर्माण संबंधी भुगतान करने थे। आगामी तिमाहियों में भी हमारे ऋण स्तर में वृद्धि जारी रहेगी क्योंकि हमारे पास बड़ी तादाद में नई परियोजनाएं लॉन्च होने के लिए तैयार हैं। पिछले साल के मुकाबले परिचालन नकदी प्रवाह कमजोर है लेकिन आगे चलकर उसमें सुधार होगा। हमें विश्वास है कि इस साल हम जो निवेश करने जा रहे हैं उससे आगामी वर्षों में दमदार नकदी प्रवाह का सृजन होगा क्योंकि हमारी नई परियोजनाएं शुरू हो रही हैं।
आपकी 10:90 की भुगतान योजना से बिक्री और बुकिंग को मदद मिली है लेकिन नकदी प्रवाह को झटका लगा है? क्या आप उसे जारी रखेंगे?
अब हरेक परियोजना की अपनी अलग भुगतान योजना है जो परियोजना रणनीति एवं रकम की जरूरतों से संबंधित है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 में 1.5 करोड़ वर्ग फुट की परियोजना लॉन्च करने की योजना बनाई थी। क्या आप उसे आगे बढ़ाएंगे?
नियामकीय मंजूरियां समय पर मिल जाए तो हम अपनी सभी योजनाओं को आगे बढ़ाएंगे। यदि बाजार के माहौल को देखते हुए जरूरत पड़ी तो निश्चित तौर पर हमें अपनी रणनीति में बदलाव भी करना पड़ेगा।
क्या आप अपनी परियोजनाओं के लॉन्च, मूल्य निर्धारण, अपार्टमेंट के आकार आदि में वर्तमान परिदृश्य के मद्देनजर बदलाव करेंगे?
हम अपनी परियोजनाओं की विशेषताओं और ग्राहकों की जरूरतों को लगातार मूल्यांकन करते रहते हैं लेकिन फिलहाल अपार्टमेंट के आकार अथवा मूल्य में बदलाव की कोई योजना नहीं है।
रिहायशी रियल एस्टेट में कब तक व्यापक सुधार होने की उम्मीद है?
इसका आकलन करना कठिन है लेकिन हमारा मानना है कि अगले कैलेंडर वर्ष से सुधार की शुरुआत हो सकती है। यह इस क्षेत्र के बाहर के तमाम कारकों पर निर्भर करता है जैसे कोविड वैश्विक महामारी की स्थिति, अर्थव्यवस्था एवं रियल एस्टेट क्षे। को रफ्तार देने के लिनए सरकार की पहल आदि। इस प्रकार धीरे-धीरे मांग में भी सुधार दिखेगा।
सुधार को लेकर आप किस प्रकार आश्वस्त हैं?
संकट के दौर में 2001 से ही किफायत बेहतरीन तरीका रहा है क्योंकि ब्याज दरें भी बिल्कुल निचले स्तर पर हैं। मौजूदा वैश्विक महामारी के दौर में जो लोग खुद के घर की सुरक्षा तले आना चाहते हैं वे मकान खरीदने के बारे में सोच रहे हैं। कोविड संकट के बावजूद मार्च से ही हमें दमदार बुकिंग दिख रही है। इसलिए हमारा मानना है कि आगामी तिमाहियों में स्थितियां लगातार सुधरेंगी।