मुंबई में टाटा समूह के आभूषण ब्रांड तनिष्क के ग्राहकों के मोबाइल फोन शनिवार को घनघनाए तो उन पर एक खास संदेश था। उन्हें मुंबई के लालबागचा राजा और पुणे के दगड़ूशेठ गणपति की ऑनलाइन आरती में शामिल होने का न्योता मिला था। ये दोनों महाराष्ट्र में प्रसिद्ध गणेश पंडाल हैं।
जिस यूट्यूब विंडो के जरिये आरती की गई, उसमें सबसे बड़ा ब्रांड इसी आभूषण शृंखला का था। कंपनी ने इसके जरिये लोगों को संदेश दिया कि खुशी हो या कोई और मौका वह हमेशा लोगों के साथ रहती है।
तनिष्क की यह जुगत उन तरीकों का एक उदाहरण भर है, जो कंपनियां इस त्योहारी मौसम में आजमा रही हैं। कोरोनावायरस के साये तले लोग इस बार त्योहारों पर खरीदारी करने या बाहर खाने-पीने से डर रहे हैं। उपभोक्ता उत्पाद एवं खुदरा क्षेत्र के ब्रांड इस चुनौती के लिए कमर कस चुके हैं और वे ग्राहकों के साथ अपनापन दिखा रहे हैं। वे ग्राहकों के लिए सुरक्षा, स्वास्थ्य और किफायत का स्तर बढ़ा रहे हैं। साथ ही ग्राहकों को अपनी ओर खींचने के लिए अनूठी रणनीतियां भी बना रहे हैं।
गणेश चतुर्थी से ओणम, नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा और दीवाली तक तीन महीने त्योहारों में बीतते हैं और उपभोक्ताओं को सीधे बिक्री करने वाले उद्योगों या कंपनियों के लिए यह सबसे अहम समय होता है। मगर टिकाऊ उपभोक्ता सामान और खुदरा कारोबार वाली कंपनियों के लिए यह वक्त और भी अहम होता है क्योंकि उनकी एक-तिहाई बिक्री इसी दौरान होती है।
इलेक्ट्रॉनिक्स खुदरा शृंखला विजय सेल्स के प्रबंध निदेशक नीलेश गुप्ता ने कहा कि घर में बैठे उपभोक्ताओं को किसी भी तरह खरीदारी के लिए तैयार करना और बाहर लाना बहुत जरूरी है। फैशन एवं लाइफस्टाइल रिटेल कंपनी वी मार्ट रिटेल के मुख्य वित्त अधिकारी आनंद अग्रवाल भी इस बात से सहमत हैं। वह कहते हैं कि पिछले कुछ साल की तुलना में इस बार ग्राहकों से ज्यादा सीधा और डिजिटल संपर्क होगा। इस बार मार्केटिंग का बजट भी पहले के मुकाबले कम रहेगा।
रणनीति भी दिलचस्प हैं। मिसाल के तौर पर बाटा से लेकर बीबा और वी मार्ट तक ज्यादातर फैशन तथा फुटवियर ब्रांड इस त्योहारी सीजन में कैजुअल और सेमी-फॉर्मल वियर के तालमेल पर जोर दे रहे हैं। घर में पहनने के लिए कैजुअल पोशाकों और चप्पल तथा सैंडल पर और त्योहारी उत्सवावें के लिए सेमी-फॉर्मल पोशाक एवं फुटवियर पर जोर दिया जा रहा है।
इसके उलट वेलनेस उत्पादों की शृंखला काया त्योहारी सीजन के लिए सजने वालों को ‘कॉन्टैक्टलेस फेशियल’, एकदम नए स्किल पील तथा केश संबंधी सेवाओं से लुभा रही है। बीबा अपैरल के प्रबंध निदेशक सिद्धार्थ बिंद्रा ने कहा, ‘ईद और राखी जैसे त्योहारों के दौरान हमने यही देखा कि सेमी-फॉर्मल सूट और त्योहारी कुर्तों की मांग ज्यादा रही, जबकि लॉकडाउन के दौरान ग्राहकों ने कैजुअल कुर्ते खरीद लिए थे।’ विजय सेल्स ने गणेश चतुर्थी पर अपने त्योहारी ऑफर बताने के लिए सोशल मीडिया के माध्यमों का इस्तेमाल किया। कंपनी ने सैमसंग, एलजी, आईएफबी और ऐपल आदि के साथ हाथ मिलाने की घोषणा की। गुप्ता ने कहा कि इस साल कोई प्रिंट या आउटडोर विज्ञापन नहीं किया जाएगा। दक्षिण भारत की इलेक्ट्रॉनिक्स शृंंखला पई इंटरनैशनल ग्राहकों को लुभाने के लिए स्क्रैच कार्ड लेकर आई है, जिन पर 2 फीसदी से 100 फीसदी कैशबैक मिल रहा है।
कंपनी ने व्हाट्सऐप वीडियो कॉलिंग की सुविधा भी शुरू की है, जिसके जरिये ग्राहक घर बैठे ही उत्पादों की झलक देख सकते हैं।मीडिया उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि इस त्योहारी सीजन में ज्यादातर ब्रांडों का जोर डिजिटल माध्यमों पर रहेगा क्योंकि ज्यादातर गतिविधियां अब ऑनलाइन ही की जा रही हैं। ईवाई के एक अध्ययन में बताया गया है कि पिछले कुछ महीनों में लोगों ने स्मार्टफोन पर अधिक से अधिक समय गुजारा है। लॉकडाउन शुरू होने से कोई व्यक्ति औसतन 3 घंटे के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल करता था मगर अब वह रोजाना 4.3 घंटे उस पर गुजार रहा है। प्रीति किचन अप्लायंसेज के प्रबंध निदेशक एस सुब्रमण्यन बताते हैं कि उनके उत्पाद खरीदने वाले 20 फीसदी ऑनलाइन ग्राहक ऐसे हैं, जिन्होंने पहली बार ई-प्लेटफॉर्म से खरीदारी की है। उनका कहना है कि पारंपरिक दुकानों से सामान खरीदने के ग्राहकों के तरीके में भी बदलाव आया है। अब डिजिटल माध्यमों से खोजबीन कर तय किया जाता है कि क्या लेना है और केवल उसे खरीदने के लिए लोग दुकान पहुंचते हैं। खाद्य कंपनियां, विशेष रूप से चॉकलेट और बेकरी उत्पाद बनाने वाली कंपनियां स्वास्थ्य पर अधिक जोर दे रही हैं।
