गली नुक्कड़ों में दिखाई देने वाले ढाबों में उपलब्ध भोजन की गुणवत्ता और साफ-सफाई को सुनिश्चित करने के लिए खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने एक योजना का खाका तैयार किया है।
इस योजना के दो पहलू होंगे- सुरक्षित भोजन टाउन और फूड स्ट्रीट। सुरक्षित भोजन टाउन के तहत नौ शहरों के 1000 फूड वेंडरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा और उसे वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी। इसके तहत आगरा, दिल्ली, गुवाहाटी, पणजी, रांची, नागपुर, लुधियाना, जयपुर और कोच्चि को चुना गया है।
फूड स्ट्रीट योजना के तहत मौजूदा फूड वेंडरों की बुनियादी सुविधाओं को उन्नत किया जाएगा। इसके तहत बिजलीकरण, जल आपूर्ति की उचित व्यवस्था और अपशिष्ट पदार्थों की निकासी का उचित इंतजाम किया जाएगा। इसके तहत तिरुपति और वाराणसी का चयन किया गया है।