कारपोरेट कार्य मंत्रालय शीघ्र ही अपने नए एमसीए पोर्टल के तीसरे संस्करण की गहन जांच शुरू करेगा। यह पोर्टल चालू वित्त वर्ष के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है। मंत्रालय इस बात को लेकर पूरी तरह से एहतियात बरत रहा है कि इस पोर्टल में हाल ही में शुरू किए गए आयकर पोर्टल जैसी समस्याएं नहीं आए।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘आईटी परियोजनाएं बड़ी हैं और उनमें शुरुआती दिक्कतें हो सकती हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सारी चीजें झंझट मुक्त तरीके से चले। नए एमसीए21 पोर्टल का पहला चरण शुरू होने के बाद से हमें कोई समस्या नहीं हुई है। हम शीघ्र ही क्षेत्र परीक्षण शुरू करेंगे।’
नए संस्करण का परिचालन एलऐंडटी इन्फोटेक कर रही है। वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘भले ही इन्फोसिस से एलऐंडटी इन्फोटेक की ओर जाना झंझट मुक्त रहा है फिर भी हम उपयोगकर्ता की स्वीकार्यता का परीक्षण कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि साझेदारों को असुविधा नहीं हो।’ नए एमसीए21 पोर्टल के तीसरे संस्करण में उपयोगकर्ता के अनुभव में सुधार लाने और प्रवर्तन तंत्रों को मजबूत करने के लिए कृत्रिम बुद्घिमत्ता का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होने की उम्मीद है। इस पोर्टल में ऑनलाइन फाइलिंग और सुनवाई से लेकर ई-सुरक्षा का जल्दी पता लगाने और कंपनियों के लिए अनुपालन प्रबंधन प्रणाली तक कृत्रिम बुद्घिमत्ता का उपयोग किए जाने की उम्मीद है। पोर्टल का मुख्य उद्देश्य बाधारहित तरीके से एकीकरण और नियामकों के मध्य डेटा विनिमय की सुविधा देना है।
ई-बुक की सुविधा के साथ एक सुदृद्घ वेबसाइट मई में शुरू की गई थी। मंत्रालय ने इसको लेकर कहा है कि यह डेटा एनालिटिक्स से चालित प्रणाली है जो कंपनियों के लिए फाइलिंग के काम को आसान करेगा और फाइलिंग में त्रुटियों को जल्द पता लगाने में सक्षम बनाएगा।
