दक्षिण अफ्रीका और उसके पड़ोसी देशों में कोरोनावायरस की नई किस्म ओमीक्रोन मिलने के बाद केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकारें भी हरकत में आ गईं हैं। सरकारों ने वायरस का संभावित प्रसार रोकने और शुरुआती चरण मे ही उसका पता लगाने की तैयारी शुरू कर दी हैं। देश के सभी प्रमुख हवाईअड्डों पर सख्त जांच की योजना बनाई गई है।
मुंबई महानगरपालिका ने दिन में पांच बार सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई कराने, बड़े कोविड उपचार केंद्रों का निरीक्षण करने, ऑक्सीजन के उत्पादन और भंडारण की जांच करने के साथ ही आवश्यक दवाओं आदि का प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। मुंबई के निजी अस्पतालों को संक्रमण की संभावित स्थिति से निपटने के लिए समुचित प्रबंध करने को कहा गया है। पुलिस, हवाई अड्डा अधिकारियों और कोविड-19 कार्यबल तथा नगर निकाय अधिकारियों के बीच शनिवार को इस मुद्दे पर बैठक भी हो चुकी है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे ने वरिष्ठ अधिकारियों को संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए हरसंभव उपाय करने के निर्देश दिए हैं। राज्य में स्टेडियम, शादी आदि स्थल पर क्षमता के 25 फीसदी से अधिक लोगों की अनुमति नहीं दी जाएगी। विदेश से मुंबई हवाईअड्डा आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी। संक्रमितों को पृथक्वास में भेजा जाएगा।
केंद्र ने सभी राज्यों को स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा सुदृढ़ करने, जांच बढ़ाने और निगरानी का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। राज्यों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि स्वास्थ्य देखभाल मुहैया कराने में कोई देरी नहीं होनी चाहिए।
कोविड के ओमीक्रोन स्वरूप के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने आज दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक की। सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार स्वास्थ्य ढांचे, जांच और अन्य उपायों पर विचार करेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित देशों से हवाई उड़ान रोकने का आग्रह किया है। तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों ने अपने यहां के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों पर जांच सुविधाएं बढ़ा दी हैं। तमिलनाडु ने चेन्नई, कोयंबटूर, मदुरै और त्रिची हवाई अड्डों पर यात्रियों की जांच की निगरानी के लिए सहायक परियोजना प्रबंधक नियुक्त किया है।
पिछले हफ्ते चेन्नई हवाई अड्डे पर ही 56,000 से अधिक यात्रियों की जांच की गई, जिनमें से तीन यात्री कोविड संक्रमित पाए गए।
