देश के सबसे वरिष्ठ सेवारत सैनिक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की आज एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई। उन्होंने तमिलनाडु के नीलगिरि जिले के वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज (डीएसएससी) में एक संबोधन के लिए उड़ान भरी थी। भारतीय वायु सेना के एमआई-17वी-5 हेलीकॉप्टर में उनके साथ उनकी पत्नी मधूलिका रावत और 11 अन्य सशस्त्र बलों के अन्य कर्मी थे। इस दुर्घटना में केवल पायलट ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदा बचे हैं। वह भी वेलिंगटन के सेना अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
रावत और उनके साथ मौजूद सैन्यकर्मियों ने दिल्ली से कोयंबत्तूर के पास स्थित सूलूर वायु सेना अड्डे के लिए सुबह ऐमब्रीयर लेगेसी जेट से उड़ान भरी थी। सूलूर से वे वेलिंगटन पहुंचने के लिए एमआई-17 हेलीकॉप्टर में सवार हुए थे। वेलिंगटन के प्रत्यक्षदॢशयों का कहना है कि सुबह से ही बादल छाए हुए थे, जो हेलीकॉप्टर की उड़ान के लिए उपयुक्त नहीं थे। इसके बावजूद सीडीएस को हेलीकॉप्टर से ले जाने और डीएसएससी हेलीपैड पर उतरने का फैसला किया गया।
जनरल रावत की पत्नी मधूलिका इस आधिकारिक विमान में आर्मी वाइव्ज वेलफेयर एसोसिएशन (एडब्ल्यूडब्ल्यूए) में अधिकारी की पदेन क्षमता से उड़ान भर रही थीं। कुन्नूर के नजदीक खटेरी के आसपास के स्थानीय निवासियों ने दोपहर में एक धमाके की आवाज सुनी क्योंकि हेलीकॉप्टर पहाड़ी से टकरा गया था। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर लपटों से घिर गया। इससे यात्रियों को बचाने का अभियान संभव नहीं था।
राष्ट्रपति कोविंद ने अपने ट्वीट में शोक प्रकट करते हुए कहा, ‘मैं जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधूलिका जी की असमय मौत पर स्तब्ध और क्षुब्ध हूं। देश ने अपना एक बहादुर सपूत खो दिया। मातृभूमि के प्रति चार दशकों की नि:स्वार्थ सेवा उनके अद्वितीय शौर्य एवं बहादुरी से परिपूर्ण रही। उन्होंने कहा, ‘उनके परिवार के प्रति मेरी संवदेनाएं।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए कहा, ‘तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर दुर्घटना से मैं बहुत दुखी हूं, जिसमें हमने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों को खो दिया। उन्होंने अत्यंत कर्मठता से भारत की सेवा की। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘मैं जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं। यह एक अप्रत्याशित त्रासदी है और इस मुश्किल समय में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।’ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी वायुसेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति संवेदना जताई।
जनरल रावत 17 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक सेना प्रमुख रहे थे। उन्हें 31 दिसंबर 2019 को देश का पहला सीडीएस बनाया गया था।
