प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि ‘ब्रिक्स’ दुनिया में तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं की आवाज बुलंद करने वाला एक प्रभावशाली मंच बन गया है। उन्होंने गुरुवार को ऑनलाइन माध्यम से ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में कहा कि ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका इन पांच देशों का समूह विकासशील देशों की प्राथमिकताओं को वैश्विक पटल पर रेखांकित करने में उपयोगी सिद्ध हुआ है। मोदी ने इस सम्मेलन की अध्यक्षता की। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिक्स ने एक आंतकवादी निरोधी योजना तैयार की है और इसका क्रियान्वयन किया है। ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।
ब्रिक्स सम्मेलन के अंत में जारी घोषणापत्र में कहा गया है कि समूह अफगानिस्तान में होने वाले नवीनतम घटनाक्रम पर लगातार नजर बनाए हुए है। समूह की तरफ से जारी वक्तव्य में कहा गया कि ब्रिक्स सभी पक्षों से हिंसा से दूर रहने और हालात शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का आह्वान करता है। घोषणा पत्र में कहा गया कि ब्रिक्स आतंकवाद से लडऩे की प्राथमिकता को रेखांकित करता है।
घोषणापत्र के अनुसार आतंकवादी समूहों को अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल दुनिया में आतंकवाद फैलाने के लिए इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। समूह की तरफ से कहा गया कि सभी सदस्य देश मानवीय स्थिति पर ध्यान देने और अल्पसंख्यकों समेत सभी के मानवाधिकारों के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देने के पक्ष में हैं। समूह ने कहा कि वह आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की कड़ी निंदा करता है। प्रधानमंत्री ने अगले 15 वर्षों में इस समूह को और प्रभावी बनाना सुनिश्चित करने का आह्वान किया। मोदी ने कहा कि ब्रिक्स शिखर वार्ता की 15वीं वर्षगांठ पर इस प्रभावी समूह की अध्यक्षता करना भारत के लिए खुशी की बात है। उन्होंने भारत की अध्यक्षता के दौरान सभी सदस्य देशों की ओर से किए गए सहयोग के लिए आभार जताया और बैठक के एजेंडे पर सहमति बनाने का आग्रह भी किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के बावजूद ब्रिक्स की 150 से अधिक बैठकें और कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें से 20 से अधिक मंत्री स्तर पर थे। भारत वर्ष 2021 में ब्रिक्स की अध्यक्षता कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष कई उपलब्धियां हासिल हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘पहली बार ऐसा हुआ है जब ब्रिक्स बहुपक्षीय प्रणाली को मजबूत बनाने एवं इनमें सुधार करने के लिए आगे आया है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल में ही ब्रिक्स डिजिटल स्वास्थ्य सम्मेलन आयोजित हुआ था जो तकनीक की मदद से स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान बनाने की दिशा में एक नया कदम था। सम्मेलन में चीन के राष्टï्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि अंतराष्ट्रीय पटल पर ब्रिक्स एक महत्त्वपूर्ण समूह बनकर उभरा है। उन्होंने साझा चुनौतियों से निपटने के लिए सदस्य देशों के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने कहा कि समूह के अन्य सदस्यों की तरह रूस भी अफगानिस्तान में शांति एवं सुरक्षा कायम किए जाने के पक्ष में है।
इस बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामापोसा भी उपस्थित थे। मोदी दूसरी बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं। इसके पहले वर्ष 2016 में उन्होंने गोवा शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की थी। इस वर्ष ब्रिक्स का 15वां स्थापना वर्ष मनाया जा रहा है। यह समूह दुनिया की 41 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। इसके अलावा वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और वैश्विक व्यापार में इस समूह की क्रमश: 24 प्रतिशत और 16 प्रतिशत हिस्सेदारी है।