लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के इस्तीफे की मांग और विपक्षी सदस्यों की निलंबन वापसी को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध बने रहने के कारण गुरुवार को भी संसद की कार्यवाही बाधित हुई। इन मुद्दों पर हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा में कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा अदालत में दिए आवेदन की पृष्ठभूमि में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए भारी हंगामा किया जबकि राज्यसभा में 12 सदस्यों को संसद के शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित किए जाने का मुद्दा छाया रहा और विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया।
लोकसभा की कार्यवाही पहली बार के स्थगन के बाद अपराह्न दो बजे जब शुरू हुई तो पीठासीन सभापति भर्तृहरि महताब ने आवश्यक कागजात सभा पटल पर रखवाए। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच ही पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने जैविक विविधता (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया। हंगामा नहीं थमने पर सभापति ने कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया। इससे पहले, सुबह 11 बजे निम्न सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सैन्य अधिकारी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बारे में सूचना दी और सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। गत 8 दिसंबर को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बुधवार को उनका निधन हो गया।
लोकसभा अध्यक्ष ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ जीत की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर ‘स्वर्णिम विजय दिवस’ की बधाई दी और भारतीय सेना तथा बांग्लादेश के स्वतंत्रता सेनानियों के शौर्य को याद किया। बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल को आगे बढ़ाया, उसी समय कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। कई सदस्यों ने हाथों में तख्तियां भी ले रखी थीं।
प्रश्नकाल के दौरान ही जब अध्यक्ष बिरला ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय से जुड़ा पूरक प्रश्न पूछने के लिए कहा तो राहुल ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को उठाया और गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग की। बिरला ने उनसे अपील की कि वह विषय से संबंधित प्रश्न पूछें। इस दौरान विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी जारी रही। हंगामा नहीं थमने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 11 बजकर करीब 10 मिनट पर अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
उधर, राज्यसभा में 12 सदस्यों को संसद के शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित किए जाने के मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध कायम रहा। इन सदस्यों का निलंबन समाप्त करने की मांग पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजकर करीब पांच मिनट दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। भाषा
