मंदी के इस दौर में जहां तमाम कंपनियों में छंटनी और लागत कम करने पर जोर दिया जा रहा है, वहीं कंज्यूमर इलेक्ट्रिनिक्स सामान निर्माता कंपनियां अपने कर्मचारियों को बोनस का उपहार दे रही हैं।
सैमसंग ने दिवाली से ठीक पहले अपने कर्मचारियों को बोनस और गिफ्ट का तोहफा दिया। यही नहीं, बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मियों को दोगुना बोनस दिया गया। कंपनी के करीब 4,000 कर्मचारी अगले साल मार्च में होने वाले सालाना वेतन वृद्धि (इन्क्रीमेंट) को लेकर उत्साहित हैं।
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने अपने 3,800 कर्मचारियों को पिछले माह त्योहारों पर करीब 240 फीसदी बोनस दिया है। यही नहीं, सितंबर-अक्टूबर में कंपनी के कारोबार में 50 फीसदी का इजाफा हुआ है, इससे कंपनी करीब 200 फीसदी बोनस देने की योजना बना रही है।
उल्लेखनीय है कि तमाम कंपनियां इस साल अपने कर्मचारियों को वैश्विक मंदी के चलते बोनस देने में पीछे रही हैं। यही नहीं, कई कंपनियों में लागत कटौती अभियान के चलते लोगों को नौकरियां भी गंवानी पड़ रही हैं।
हालांकि कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों पर मंदी का कोई असर नहीं पडा है और इसके कारोबार में शानदार इजाफा दर्ज किया गया है।
यही नहीं, कंपनियां विस्तार योजनाओं में भारी निवेश कर रही हैं और काफी संख्या में रोजगार भी उपलब्ध करा रही हैं। सैमसंग जहां 950 लोगों को रोजगार देने की योजना बना रही है, वहीं एलजी की आरएंडडी के विकास पर 250 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है।
त्योहारी मौसम में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री में सालाना 30 से 35 फीसदी का इजाफा होता है। वहीं औसत सालाना बिक्री में 7 से 10 फीसदी का इजाफा होता है। जानकारों का कहना है कि कंज्यूमर डयूरेबल्स कंपनियों की वजह से ही सितंबर माह में औद्योगिक विकास दर 4.8 फीसदी पहुंच सकी। छठे वेतनमान लागू होने से भी 32,000 करोड़ रुपये सालाना बिक्री वाले इस उद्योग को बल मिला है।
अंधेरे में भी चमक
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के कारोबार में शानदार इजाफा हुआ। ये विस्तार योजनाओं में भारी निवेश कर रही हैं और रोजगार भी दे रही हैं।