भारतीय जनता पार्टी के पहली बार के विधायक भूपेंद्र पटेल गुजरात के नये मुख्यमंत्री होंगे। पटेल (59) को रविवार को यहां सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने रविवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि पटेल सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने विधायक दल के नेता के रूप में पटेल के नाम का प्रस्ताव रखा था। रूपाणी ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी।
भाजपा के सूत्रों ने बताया कि 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 112 विधायकों में से अधिकतर बैठक में उपस्थित थे। बैठक के बाद पटेल ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ शाम को राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात की और अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया।
सूत्रों ने बताया कि सोमवार के शपथ ग्रहण समारोह में केवल पटेल शपथ लेंगे और बाकी मंत्रियों को बाद में शामिल किया जाएगा। एक राजनीतिक विश्लेषक के अनुसार राजनीतिक हलकों में मुख्यमंत्री के लिए जिन नामों की अटकलें चल रही थी, उनमें कहीं भी एक बार के विधायक भूपेंद्र पटेल का नाम नहीं था।
पटेल को ऐसे मृदुभाषी कार्यकर्ता के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने नगरपालिका स्तर के नेता से लेकर प्रदेश की राजनीति में शीर्ष पद तक का सफर तय किया है। पटेल 2017 के विधानसभा चुनाव में राज्य की घाटलोडिया सीट से पहली बार चुनाव लड़े थे और जीते थे। उन्होंने कांग्रेस के शशिकांत पटेल को एक लाख से अधिक वोटों से हराया था, जो उस चुनाव में जीत का सबसे बड़ा अंतर था। सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा रखने वाले पटेल पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के करीबी माने जाते हैं। आनंदीबेन 2012 में इसी सीट से चुनाव जीती थीं। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद पटेल ने संवाददाताओं से कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और शाह के आभारी हैं, जिन्होंने उन पर इतना भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि निवर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल, सी आर पाटिल तथा अन्य नेताओं समेत गुजरात के नेतृत्व ने उन पर जो विश्वास जताया है, उसके लिए भी वह आभारी हैं। पटेल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल का आशीर्वाद सदा उनके साथ है। उन्होंने कहा कि रूपाणी की सरकार ने बहुत अच्छा काम किया, जिससे विकास अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सका। पटेल ने कहा, ‘हम नए सिरे से योजना बनाएंगे और संगठन में चर्चा करेंगे, जिससे विकास कार्य को आगे ले जाया जा सके।’ शाह ने ट्वीट कर पटेल को बधाई दी और कहा कि उन्हें भरोसा है कि मोदी के नेतृत्व में नव निर्वाचित मुख्यमंत्री राज्य को विकास के पथ पर आगे बढ़ाएंगे। भाजपा विधायक दल की बैठक में पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद जोशी तथा पार्टी महासचिव तरुण चुघ उपस्थित थे। इससे पहले केंद्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप तथा दादरा एवं नागर हवेली और दमन और दीव के प्रशासक प्रफुल्ल के पटेल तथा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल माना जा रहा था। प्रफुल्ल पटेल भी भूपेंद्र पटेल की तरफ प्रभावशाली पटेल समुदाय से आते हैं, वहीं मांडविया पाटीदार समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। अपने समर्थकों में ‘भाई’ के नाम से लोकप्रिय रूपाणी (65) ने राज्य में विधानसभा चुनाव होने से लगभग सवा साल पहले शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिये चुनाव अगले साल दिसंबर में होने हैं।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों में पद छोडऩे वाले रूपाणी चौथे मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने दिसंबर 2017 में दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। रूपाणी पहली बार 7 अगस्त, 2016 को मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद यह पद संभाला था। उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद फिर से बागडोर संभाली थी।
विधायक दल की बैठक से कुछ घंटे पहले उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा था कि ‘नया नेता लोकप्रिय, मजबूत, अनुभवी होगा और ऐसा होगा जो सभी को स्वीकार्य हो’। मुख्यमंत्री के लिए नितिन पटेल का नाम भी चल रहा था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा था कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस बारे में निर्णय लेगा।