ज्यों-ज्यों कोविड-19 के मामलों में गिरावट आ रही हैं, भारतीय कंपनियां एक बार फिर काम के नियमों में बदलाव कर रही हैं। टीसीएस, विप्रो और इन्फोसिस जैसी बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियां या तो शुरुआत कर चुकी हैं या फिर कर्मचारियों को क्रमिक रूप से कार्यालय वापस बुलाने की प्रक्रिया में हैं। वैश्विकपेशेवर सेवा फर्म एओन के एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि 60 प्रतिशत प्रौद्योगिकी कंपनियां अब हर दूसरे कर्मचारी के कार्यालय आने की उम्मीद कर रही हैं। इंजीनियरिंग और विनिर्माण फर्मों में काम करने वाले आधे से ज्यादा कर्मचारियों को भी काम पर लौटने के लिए कहा जा रहा है।
प्रबंधन सलाहकार फर्म मर्सर द्वारा किए गए एक अन्य सर्वेक्षण से पता चलता है कि 10 में से लगभग छह उत्तरदाता ऐसे हाइब्रिड हालात में काम करने के इच्छुक हैं, जहां सप्ताह में कुछ दिन के लिए कार्यालय में भौतिक उपस्थिति अनिवार्य रहती है और 10 में से दो उत्तरदाता कामकाजी सप्ताह के हर दिन कार्यालय आने के लिए सहमत हैं। बाकी उत्तरदाताओं का कहना है कि वे दूर रहकर ही काम करेंगे। इस तरह ज्यादातर लोग पूरे समय दूरस्थ कार्य करने के बजाय, सप्ताह में कम से कम कुछ दिन कार्यालय आने के लिए तैयार हैं।
लेकिन क्या भारतीय कंपनी जगत वापस लौटने वाले कर्मचारियों के लिए मुफ्त उपहारों और भत्तों के साथ स्वागत कर रहा है, जिस तरह कुछ अमेरिकी कंपनियां कर रही हैं? यह उदाहरण देखिए : अमेरिका स्थित मुख्यालय वाली एक वैश्विक रियल एस्टेट डेटा कंपनी क्रम रहित ढंग से चुने गए टीका लगवा चुके ऐसे कर्मचारी को हर रोज हजारों डॉलर दे रही है, जो कार्यालय वापस आ गया है। कंपनी के स्वामित्व वाले निजी विमान पर विदेश में छुट्टियां भी इस पेशकश का हिस्सा हैं। गोल्डमैन सैक्स मुख्यालय में कार्यालय से काम करने वालों के लिए नाश्ता, दोपहर का भोजन और आइसक्रीम मुफ्त है। भत्तों के बारे में तब विचार किया गया था, जब सर्वेक्षणों से पता चला था कि कई कर्मचारी दैनिक आवागमन और अपने डेस्क पर घंटों तक काम करने के लिए वापस आने के स्थान पर नौकरी ही छोड़ देंगे।
भारतीय कंपनियों के लिए भी अवधारणा एक बड़ी चिंता है। हाल के महीनों में कुछ आईटी कंपनियों ने महंगी कारों या विदेशी स्थानों पर छुट्टियां बिताने जैसे आकर्षक लाभ देने के साथ-साथ लोगों को दोगुने वेतन पर काम पर रखा है। हालांकि कर्मचारियों को अपने कार्य डेस्क पर लौटाने के लिए प्रोत्साहित करना अब भी अधिकांश भारतीय कंपनियों के लिए आम बात नहीं है। अलबत्ता एओन के सर्वेक्षण में पाया गया है कि कुछ कंपनियां स्कूल और बच्चों की देखभाल की व्यवस्था, परिवहन सुविधाएं और स्थानांतरण भत्ते (उन कर्मचारियों के लिए जो महामारी के दौरान दूसरे शहर चले गए) जैसे लाभ प्रदान कर रही हैं।
हैदराबाद की एक हेज फंड कंपनी ने यह कहते हुए कर्मचारियों को अक्टूबर से कार्यालय वापस आने के लिए एकमुश्त प्रोत्साहन के रूप में आकर्षक ‘स्थानांतरण भत्ते’ का वादा किया है कि दूरस्थ कार्य का अब कोई विकल्प नहीं रहा है। तेलंगाना के मामले में, दोबारा कार्यालय से काम करने पर दिया जाने वाला जोर राज्य सरकार की ओर से आईटी कंपनियों को कर्मचारियों को कार्यालय बुलाने और इस तरह खपत की मांग को बढ़ावा देने की वजह से भी हो सकता है। बेंगलूरु स्थित मध्य आकार की एक डिजिटल प्रकाशन फर्म उन कर्मचारियों को अधिक लचीलापन देने के लिए अपने कार्यालय के समय में एक घंटे की ढील दे रही है, जिन्हें अगले महीने से सप्ताह में कम से कम दो दिन कार्यालय आने के लिए कहा जा रहा है।
सामाजिक वाणिज्यिक स्टार्ट-अप मीशो ने हाल ही में दीवाली के बाद सभी कर्मचारियों के लिए कुछ समय छुट्टी की घोषणा की है। कंपनी सभी को 4 से 14 नवंबर तक छुट्टी प्रदान करेगी देगी ताकि कर्मचारी त्योहारी बिक्री के व्यस्त और भाग-दौड़ वाले सत्र के बाद खुद को काम से पूरी तरह अलग कर सकें। हालांकि ज्यादातर दूसरी कंपनियां कार्यालय का सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण प्रदान करके तथा विशिष्ट कार्यक्रम तैयार करते हुए कर्मचारियों के मानसिक कल्याण पर जोर देने पर अपनी ऊर्जा केंद्रित कर रही हैं।
सैमसंग इंडिया में केवल उन्हीं कर्मचारियों को कार्यालय में जाने की अनुमति है, जो टीके की कम से कम एक खुराक ले चुके हैं। सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए कार्यालय की जगह को नया रूप प्रदान किया गया है। बैठक वाले कक्षों और कैफेटेरिया में विभाजक लगाए गए हैं और संपर्क रहित सेवाओं के लिए एक स्पर्श रहित वितरण प्रणाली शुरू की गई है।
सैमसंग इंडिया के मानव संसाधन प्रमुख समीर वधावन कहते हैं ‘हमने काम करने का हाइब्रिड प्रारूप अपनाया है और साथ ही अपने कुछ कार्यालयों को हॉट डेस्किंग (अलग-अलग समयावधि के दौरान कई कर्मचारियों को एक ही वर्क स्टेशन के इस्तेमाल की अनुमति प्रदान करना) के लिए अन्य उद्देश्य की खातिर तैयार कर रहे हैं। पाक्षिक समयसारणी में प्रत्येक कर्मचारी को एंटीबॉडी की अनिवार्य जांच से गुजरना पड़ता है। योग सत्र, चिकित्सकीय गठजोड़ और मानसिक तथा भावनात्मक कल्याण पर वेबिनार के साथ समग्र कर्मचारी कल्याण पर हमारा ध्यान केंद्रित है।’
टाटा स्टील में कर्मचारियों के पास अब भी देश में कहीं से भी काम करने का विकल्प उपलब्ध है। सिवाय उस महत्त्वपूर्ण श्रम-शक्ति के मामले के, जहां प्रत्येक टीम को यह तय करने की स्वायत्तता रहती है कि टीम के सदस्यों को कार्यालय में बुलाया जाए या घर से काम जारी रखा जाए। सैमसंग की तरह ही टाटा स्टील भी हॉट डेस्किंग को बढ़ावा दे रही है।
अलबत्ता बेंगलुरू स्थित एक व्यावसायिक उद्यम प्रकाशन ने कर्मचारियों से कहा है कि अगर वे पूर्णकालिक रूप से कार्यालय में लौटने में असमर्थ या अनिच्छुक हैं, तो काम छोड़ दें।
इस बीच जनसंपर्क फर्म एडलमन इंडिया ने ‘डेली डाउनटाइम’ पेश किया है, जो कार्य दिवस में टीम के सदस्यों के लिए व्यक्तिगत काम करने के लिए कुछ निश्चित समय की अनुमति प्रदान करता है। कंपनी के कार्यकारी उपाध्यक्ष (मानव संसाधन) पंकज सूरी कहते हैं कि सतर्कतापूर्वक यह प्रयास रहता है कि इस दौरान कॉल या बैठकों की योजना न बनाई जाए। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए कल्याण अवकाश का भी विकल्प रहता है।