सरकार ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा तैयार की गई ‘ऑक्सीकेयर’ प्रणाली की 1,50,000 इकाई खरीदने के लिए बुधवार को मंजूरी दे दी जिससे कोविड-19 संक्रमित मरीजों उपचार में सहायता मिलेगी।
ऑक्सीकेयर एसपीओ2 पर आधारित एक ऑक्सीजन आपूर्ति प्रणाली है। डीआरडीओ ने पहले ही ऑक्सीकेयर प्रणाली के भारत में बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिये विविध उद्योगों को प्रौद्योगिकी हस्तांतरण किया है। रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, ऑक्सीकेयर प्रणाली की खरीद पीएम केयर्स फंड का इस्तेमाल करते हुए 322.5 करोड़ रुपये में की जाएगी । इसमें कहा गया है कि पीएम केयर्स फंड ने डीआरडीओ द्वारा विकसित ऑक्सीकेयर प्रणाली की 1,50,000 इकाई 322.5 करोड़ रुपये में खरीदने को मंजूरी दे दी है। मंत्रालय ने कहा कि 1,00,000 हाथ से इस्तेमाल की जाने वाली और 50,000 स्वचालित ऑक्सीकेयर प्रणाली खरीदी जा रही हैं।
ऑक्सीकेयर को डीआरडीओ के बेंगलूरु में मौजूद रक्षा बायो इंजीनियरिंग एवं इलेक्ट्रो चिकित्सा प्रयोगशाला (डीईबीईएल) द्वारा तैयार किया गया जिसका इस्तेमाल अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात सैनिकों के लिये किया गया है। यह प्रणाली देश में ही तैयार की गई है और जमीनी परिस्थितियों के अनुकूल है। इसके बुनियादी प्रारूप में 10 लीटर ऑक्सीजन सिलेंडर, एक दबाव आधारित रेगुलेटर एवं प्रवाह नियंत्रक, नमी संबंधी उपकरण आदि शामिल होते हैं।
निजी अस्पताल लगाएं ऑक्सीजन प्रणाली
राजस्थान सरकार ने राज्य के 60 या उससे अधिक बिस्तर वाले सभी निजी अस्पताल संचालकों को आगामी दो माह के अंदर अस्पतालों में केंद्रीयकृत ऑक्सीजन लगाने साथ ही साथ ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन की ओर से आदेश जारी किया गया है। भाषा