देश के बड़े हवाईअड्डे ब्रांडों को आकर्षित करने, ग्राहक से मेलजोल में सुधार करने और अपने गैर वैमानिक राजस्व में वृद्घि करने के लिए हवाई यातायात में हुए सुधार का लाभ उठाने पर विचार कर रहे हैं।
एक ओर जहां बेंगलूरु इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (बायल) 2022 के मध्य में टर्मिनल 2 के खुलने पर अपने वाणिज्यिक क्षेत्र को दोगुना करेगा वहीं जीएमआर समूह अपनी रणनीतिक साझेदार फ्रांस की ग्रुप एडीपी के अनुभवों से सबक लेकर अपने हवाईअड्डों पर अधिक संख्या में हाई स्ट्रीट फैशन ब्रांडों को आकर्षित कर सकता है।
बायल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी हरि मरार ने कहा, ‘यात्रियों की संख्या में लगातार सुधार होने के साथ ही प्रति यात्री खर्च में भी धीमी गति से सुधार हो रहा है।’ उन्होंने आंकड़े साझा करने से इनकार कर दिया लेकिन कहा कि खुदरा और एफऐंडबी आउटलेट के सकारात्मक प्रदर्शन, ब्रांड के सक्रिय होने और यात्री अनुभव में सुधार लाने के लिए उपभोक्ता से मेलजोल बढ़ाने की पहल के दम पर खर्च में यह रिकवरी नजर आ रही है।
इक्रा की एक रिपोर्ट के मुताबिक बड़े निजी हवाईअड्डों (दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलूरु और कोच्चि) ने वित्त वर्ष 2017 से वित्त वर्ष 2021 के मध्य गैर वैमानिक राजस्व में 12 फीसदी सीएजीआर की दर से वृद्घि की है। वित्त वर्ष 2020 में यातायात में कमी आने से बड़े निजी हवाईअड्डों पर वैमानिक और गैर-वैमानिक राजस्व का अनुपात वित्त वर्ष 2017 के 67:33 से घटकर वित्त वर्ष 2020 में 49:51 हो गया था।
हवाईअड्डे अब गैर-वैमानिक माध्यमों जैसे कि खुदरा, विज्ञापन, रियल एस्टेट का विकास, कार पार्क आदि से राजस्व की भरपाई करने पर विचार कर रहे हैं। मुंबई और दिल्ली हवाईअड्डों को इस खंड में कार्गो और ग्राउंड हैंडलिंग व्यवसायों से भी राजस्व मिलता है। मरार ने दावा किया बेंगलूरु हवाईअड्डा दुनिया के उन कुछ हवाईअड्डों में से है जहा पर लॉकडाउन के समाप्त होने के बाद न केवल 95 फीसदी खुदरा और एफऐंडबी आउटलेट परिचालन में हैं बल्कि पिछले एक वर्ष में 30 नए वाणिज्यिक आउटलेट खुले हैं।
बेंगलूरु के मौजूदा टर्मिनल 1 में 100 वाणिज्यिक दुकाने हैं। टर्मिनल 2 जो 2022 के मध्य से खुल जाने की उम्मीद है, में भारतीय और अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के 100 से अधिक दुकानें होंगी।
मरार ने कहा, ‘टर्मिनल 2 को लिए वाणिज्यिक साझेदार को लाने की प्रक्रिया पर काम चल रहा है और लाउंज तथा मास्टर एफऐंडबी रियायतग्राहियों के लिए निविदाएं पहले ही पूरी की जा चुकी हैं।’
जीएमआर समूह दिल्ली और अन्य हवाईअड्डों पर हाई स्ट्रीट फैशन स्टोरों को आकर्षित कर प्रति यात्री अधिक खर्च का लक्ष्य लेकर चल रहा है। इसे अगले 12 से 15 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य बनाया गया है।
जीएमआर समूह ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। मुंबई सहित सात हवाईअड्डों का परिचालन करने वाले अदाणी समूह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (मायल) ने वित्त वर्ष 2021 में गैर-वैमानिक स्रोतों से करीब 800 करोड़ रुपये की कमाई की और कुल परिचालन आमदनी में इसकी हिस्सेदारी घटकर 44 फीसदी रह गई जो एक वर्ष पहले 53 फीसदी रही थी। दिल्ली हवाईअड्डा ने वित्त वर्ष 2021 में गैर-वैमानिक राजस्व से करीब 1,280 करोड़ रुपये अर्जित किए जो इसके परिचालन आमदनी का 52 फीसदी है।
