मल्लिकार्जुन खरगे के कांग्रेस के नए अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सभी सदस्यों, महासचिवों और प्रभारियों ने नयी टीम बनाने में उनकी मदद के लिए अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस में नए अध्यक्ष के चयन के बाद पार्टी के सभी पदाधिकारियों के इस्तीफा देने की परंपरा रही है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा, “सीडब्ल्यूसी के सभी सदस्यों, एआईसीसी के महासचिवों और प्रभारियों ने कांग्रेस अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।” कांग्रेस पार्टी के संविधान के अनुसार, खरगे के निर्वाचन की पुष्टि पार्टी के पूर्ण सत्र में की जाएगी, जो इस साल मार्च-अप्रैल में होने की संभावना है। सीडब्ल्यूसी, जो कांग्रेस की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था है, खरगे द्वारा पूर्ण सत्र के तुरंत बाद पुनर्गठित की जाएगी। पार्टी संविधान के मुताबिक, सीडब्ल्यूसी के 11 सदस्य मनोनीत किए जाएंगे और 12 सदस्य निर्वाचित होंगे।
इसके अलावा, संसद में पार्टी के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष भी कार्य समिति के सदस्य होंगे। हालांकि, जब तक खरगे के निर्वाचन की पुष्टि नहीं हो जाती है, तब तक नए पार्टी प्रमुख द्वारा एक नयी संचालन समिति का गठन किया जाएगा, जो पूर्ण सत्र तक सीडब्ल्यूसी के रूप में कार्य करेगी।
आज कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रूप में मल्लिकार्जुन खरगे ने पदभार संभाल लिया है। आज से कांग्रेस की कमान किसी गैर गांधी के हाथों में दे दी गई है।
बता दें, आज यानी बुधवार को खरगे की ताजपोशी के लिए कांग्रेस मुख्यालय में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर पार्टी की निवर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ ही पार्टी के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।
पदभार संभालते ही मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘जिस महान दल का नेतृत्व महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, मौलाना आजाद, बाबू जगजीवन राम, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी ने किया हो जिम्मेदारी को संभालना मेरे लिए सौभाग्य और गौरव की बात है।’ पदभार संभालने से पहले खरगे बुधवार सुबह राजघाट पहुंचें और उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प अर्पित किए।