नोएडा के ट्विन टॉवर का डिमोलिशन आज देश भर के लिए कौतुहल का विषय बना रहा। दोपहर में ठीक 2:30 बजे विस्फोट किया गया, जिसके बाद नौ सेंकेंड में 40 मंजिला इमारत को दो टावर मलबे में तब्दील हो गए।
इस दृश्य को देखने के लिए कई लोग दूरदराज क्षेत्रों से नोएडा के सेक्टर 93-ए आए थें। हालांकि, सुरक्षा के लिहाज से आसपास के इलाके को खाली करा लिया गया था। इस कार्रवाई के दौरान सड़कों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था।
फिर भी लोगों में सुपरटेक के ट्विन टावर को ढहता देखना का अलग उत्साह था।
उत्तर प्रदेश के आगरा से एक परिवार भी केवल इस डिमोलिशन को देखने के लिए नोएडा आया था।
न्यूज़ एजेंसी PTI के मुताबिक आगरा के रियाज अपनी पत्नी और अपने पांच साल के पोते की ट्विन टावर को गिरते देखने की इच्छा पूरी करने के लिए लगभग 200 किलोमीटर का सफर तय कर नोएडा आए थे।
रियाज और उनका परिवार रविवार सुबह आगरा से नोएडा के लिए निकला था, लेकिन शहर में प्रवेश करने के बाद पुलिस ने उन्हें ट्विन टावर के पास के क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया क्योंकि वहां आम लोगों को वहां जाने की अनुमति नहीं थी।
रियाज ने पीटीआई से कहा, ‘‘हम अकरम (पोते) को ना नहीं कह सकते। वह हमारे घर में सबसे छोटा और सबका लाडला है। हम उसकी सभी इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा कि वे अपने सबसे छोटे बेटे के पास ठहरेंगे, जो दिल्ली में काम करता है। पुलिस द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने के बाद परिवार ने कहा कि वे कुछ देर बाद वापस आएंगे।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मैनपुरी निवासी 18 साल के अक्षय मिश्रा अपने परिवार को बिना बताए नोएडा पहुंचे क्योंकि वह ट्विन टावर को गिरते देखना चाहते थे। वह बस से चार घंटे का सफर तय करने के बाद नोएडा में सीधे उस स्थान पर पहुंचे, जहां टावर ध्वस्त किए जाने थे।