पिछले 2 महीनों के दौरान सामान्य बीमा कंपनियों और एकल स्वास्थ्य बीमा कंपनियों के कोविड दावों में भारी बढ़ोतरी हुई है। दावों की संख्या 27 अक्टूबर तक 4.75 लाख से ज्यादा हो गई, जिसकी राशि 7,313 करोड़ रुपये है। इस मामले से जुड़े सूत्रों ने कहा कि 4,75,000 लाख दावों में से अब तक 3,25,000 दावों का निपटान बीमा कंपनियों ने कर दिया है, जिसकी राशि 3,146 करोड़ रुपये है।
जुलाई के अंत तक बीमा कंपनियों के पास दायर कोविड दावे महज 81,000 थे। अगस्त और सितंबर महीने के दौरान कोविड दावों में भारी बढ़ोतरी हुई है। विशेषज्ञों के मुताबिक सितंबर में दावा महामाारी होने के बाद से कुल दावों का 50 प्रतिशत है। बहरहाल अक्टूबर से इसमें कुछ कमी आ रही है, जो सकारात्मक संकेत है।
निजी क्षेत्र के एक बीमा अधिकारी ने कहा, ‘मामले बढऩे के साथ दावे भी बढ़े हैं। अगस्त और सितंबर में दावों की संख्या सबसे ज्यादा रही। लेकिन बाद में इसमें कमी आ रही है, क्योंकि कोविड के मामले कम हो रहे हैं।’ बीमाकर्ताओं के लिए यह चिंता का विषय है क्योंकि यह कुछ ऐसा है, जिसका अनुमान बीमाकर्ता नहीं लगा रहे थे। छूत की बीमारी होने की वजह से कोविड-19 के उपचार में ज्यादा खर्च आ रहा है।
निजी क्षेत्र की एक और बीमा कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी ने कहा, ‘दावों की संख्या शीर्ष स्तर से अब कम हो रही है।’ उन्होंने कहा, ‘बीमाकर्ताओं का हानि का अनुमान प्रभावित होगा क्योंकि वे कोविड से जुड़ी पॉलिसी बेच रहे हैं, लेकिन परंपरागत पॉलिसी या ग्रुप हेल्थ पॉलिसी में कोविड की लागत शामिल नहीं होती।’
सुसंगत बने पेटेंट नियम
सरकार ने कारोबार सुगमता की स्थिति को बेहतर करने के लिए पेटेंट नियमों को सुसंगत किया है। सरकार ने बुधवार को कहा कि भारत में पेंटेट प्राप्त खोज के वाणिज्यिक स्तर पर कार्य करने से संबंधित जानकारी सौंपने की जरूरतों को सुगम किया गया है। नियमों में बदलाव से अब आवेदक को कई पेटेंट के लिए एक ही फॉर्म भरने की जरूरत होगी। वहीं पेटेंट के कई आवेदकों के लिए एक संयुक्त फॉर्म भी पेश किया गया है। उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। भाषा