भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने बताया कि तीसरे राष्ट्रीय सीरो सर्वे के अनुसार देश की 21.5 प्रतिशत आबादी में कोविड -19 की ऐंटीबॉडी मौजूद हैं।
सर्वेक्षण के अनुसार, शहरी झुग्गी-झोपडिय़ों में रहने वाली आबादी में सबसे अधिक 31 प्रतिशत में कोविड ऐंटीबॉडी पाई गई हैं। इसमें 10-17 वर्ष के आयु वर्ग में 25 प्रतिशत में कोविड ऐंटीबॉडी पाई गईं।
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के बीच ऐंटीबॉडी का यह प्रतिशत 26 प्रतिशत है। डॉक्टर और नर्स में पैरामेडिकल और फील्ड स्टाफ के बाद सबसे अधिक ऐंटीबॉडी पाई गई हैं।
17 दिसंबर से 8 जनवरी के बीच किये गए इस सर्वेक्षण में 28,000 से अधिक लोगों में सार्स-कोव-2 के इन्फेक्शन के फैलाव का अध्ययन किया गया, जिसमें 10 वर्ष से अधिक आयु के सामान्य नागरिक के साथ 7,000 स्वास्थ्य कर्मी शामिल थे।
आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा, ‘रोकथाम महत्त्वपूर्ण है और टीके आवश्यक हैं। मास्क, हाथ की स्वच्छता और शारीरिक दूरी के पालन में कोई ढिलाई नहीं दी जा सकती।’
इस सर्वेक्षण में 21 राज्यों के 70 जिलों के उन्हीं 700 गांवों को शामिल किया गया था, जिन्हें पहले दो दौर के समय चुना गया था।
